खरसावां: झारखंड प्रशिक्षित बेरोजगार शारीरिक शिक्षकों ने खरसावां विधायक दशरथ गहराई से मुलाकात कर एक ज्ञापन सौंपकर झारखंड प्रदेश में सभी स्तर के विद्यालयों में शारीरिक शिक्षक नियुक्ति करने की मांग की है. विधायक को सौपे गए ज्ञापन में कहा गया है, कि बच्चों का सर्वांगीण विकास कर स्वास्थ्य संबल, अनुशासित नागरिक बनाने हेतु शारीरिक शिक्षा अत्यंत महत्वपूर्ण और अनिवार्य है.
इसलिए स्कूलों में सामान्य शिक्षा के साथ ही शारीरिक शिक्षा का प्रावधान किया गया है. झारखंड राज्य के प्रत्येक प्राथमिक, उत्क्रमित मध्य, मध्य विद्यालय, उत्क्रमित उच्च विद्यालय, प्रोजेक्ट विद्यालय, प्लास टू विद्यालय, मॉडल विद्यालय, आवासीय विद्यालय एवं कस्तूरबा गांधी विद्यालय में एक एक प्रशिक्षित शारीरिक शिक्षक की नियुक्ति करने, विद्यालयों में शारीरिक शिक्षा विषय को अनिवार्य रूप से शामिल करने, झारखंड के सभी महाविद्यालयों में एक एक प्रशिक्षित शारीरिक शिक्षकों की नियुक्ति करने, विद्यालयों में संविदा आधारित कार्यरत शारीरिक शिक्षकों को वेतनमान देने, झारखंड में खेल विश्वविद्यालय की स्थापना अतिशीध्र करने, शिक्षक नियुक्ति परीक्षा की उम्र सीमा में 10 वर्ष की छूट देने, डीपीएएड परिचय प्राप्त अभयाथियों को झारखंड टेट परीक्षा में शामिल करने की मांग की गई. साथ ही कहा गया है कि अत्यंत दु:ख है, कि झारखंड निर्माण के 21 वर्ष बीत जाने के बाद भी स्कूलों में शारीरिक शिक्षक की बहाली उच्च विद्यालयों में मात्र एक बार ही की गई है. जबकि राज्य में अब तक कई बार सामान्य शिक्षक की नियुक्ति की जा चुकी है. क्योंकि बीएड के समकक्ष बीपीएड डिग्री है. राज्य के हजारों शारीरिक प्रशिक्षित शिक्षक नियोजन के अभाव में बेरोजगार होकर दर- दर भटकने को मजबूर हैं. तथा अनेकों की उम्र समाप्त होती जा रही है. स्कूल गेम्स फेडरेशन ऑफ इंडिया द्वारा राज्य के सभी प्रकार के खेलों में 14, 17 और 19 वर्ष के बालक बालिकाओं को प्रतियोगिता में भेजा जाता है. जिसमें करोड़ों रुपए खर्च किए जाते हैं. पर स्कूलों में प्रशिक्षित शारीरिक शिक्षा के अभाव में सही मार्गदर्शन के बिना राज्य के प्रतिभाशाली छात्र- छात्राओं का प्रदर्शन निराशाजनक हो रहा है. राजकीय गैर सरकारी विद्यालयों के बच्चों का खेल- कूद के क्षेत्र में भी अपेक्षाकृत बेहतर प्रदर्शन हो रहा है. क्योंकि वहां शारीरिक शिक्षक नियुक्त होते हैं. किंतु सरकारी विद्यालयों में पढ़ने वाले बच्चे सामान्य गरीब या पिछड़े तबके के छात्र- छात्राओं के खेल प्रतिभायें उपेक्षित रह जाते है. झारखंड प्रशिक्षित बेरोजगारों ने विधायक से उक्त तथ्यों पर सहानुभूति पूर्वक विचार करते हुए राज्य में प्रशिक्षित शारीरिक शिक्षकों की यथाशीध्र नियुक्ति प्रक्रिया पूरी करवाने हेतु अपने स्तर से पहल करने की मांग की है. ज्ञापन सौंपने वालों में मुख्य रूप से आनंद रंजन, राजीव कुमार, सोनू कुमार बारिक, रंजीत लकड़ा, आनंद मुंडा आदि के हस्ताक्षर थे.