चक्रधरपुर/ Ashish Kumar Verma झारखंड स्टेट स्टूडेंट्स यूनियन के प्रतिनिधिमंडल ने मंगलवार को मझगांव विधायक निरल पुरती से मुलाकात किया. इस दौरान 60-40 नियोजन नीति को झारखंडी जन भावना खिलाफ बताते हुए इससे निरस्त करने की मांग की गई.
झारखंडी जन भावना आंदोलन के मद्देनजर बिहार पूनर्गठन अधिनियम 2000 की धारा- 85 के उपबंधों के अधीन प्रदत शक्तियों के अंतर्गत प्रदत विधियों के अनुकूलन की शक्ति का प्रयोग करते हुए अध्यादेश पत्र संख्या- 03/ स्था.नि. 5014/81-806 दिनांक- 03-03-1982 के अनुसार से यहां नियोजन में जिला के अंतिम सर्वे सेटलमेंट के अनुसार से खतियान आधारित संवैधानिक नियोजन नीति लागू करने हेतु झारखंड सरकार को मार्गदर्शन करते हुए मझगांव विधायक निरल पूर्ति से समर्थन प्राप्त पत्र के आलोक में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को पत्र लिखा है.
साथ ही वर्णित तथ्यों को ध्यान में रखते हुए समुचित कार्रवाई की मांग की है.
ज्ञात होगा कि झारखंड स्टेट स्टूडेंट्स यूनियन द्वारा राज्य के वर्तमान 60- 40 नियोजन नीति को वापस लेते हुए क्षेत्रीय व जनजातीय भाषा से सुसज्जित खतियान आधारित संवैधानिक नियोजन नीति लागू कर यहां के सरकारी विभागों में झारखंडी छात्रों को नियुक्ति कर प्राचीन पारंपरिक स्वशासन व्यवस्था, पर्व त्योहार, भाषा-संस्कृति, रीति- रिवाज का संरक्षण हेतु पहले चरण में निर्धारित कार्यक्रम के तहत 10 मई से 25 मई तक झारखंड के 81 विधायक एवं 14 सांसदों से समर्थन प्राप्त पत्र आंदोलन चलाया जा रहा है. इसी कड़ी में मंगलवार को चक्रधरपुर के छात्र नेता बसंत महतो एवं बासिल हेंब्रम के नेतृत्व में छात्रों का एक प्रतिनिधिमंडल मझगांव विधायक निरल पुरती से मिलकर झारखंड के स्थानीय एवं नियोजन नीति पर विस्तृत परिचर्चा के उपरांत 60-40 के फॉर्मूले पर बने नियोजन नीति में सकारात्मक संशोधन के बाद झारखंड कर्मचारी चयन आयोग के तृतीय एवं चतुर्थ वर्ग की रिक्त पड़े 3.52 लाख खाली पदों को भरने की मांग की. जिसका मझगांव विधायक ने खुले दिल से समर्थन किया है. प्रतिनिधिमंडल के रूप में बसंत महतो, बासिल हेंब्रम, रवि महतो, एलेक्स दीपक सोय,हिमांशु, समीर, किशोर कुमार, कुशल मांझी आदि मौजूद थे.
Reporter for Industrial Area Adityapur