DESK झारखंड के पल- पल बदलते सियासी घटनाक्रम के बीच खरसावां विधायक दशरथ गागराई ने एक प्रेस बयान जारी कर साफ किया है कि वह अपने विधानसभा क्षेत्र में ही है. वह पूर्व मुख्यमंत्री चंपई सोरेन के साथ दिल्ली नहीं गए हैं. उन्होंने पत्र में यह भी लिखा है कि उनके दिल्ली में होने संबंधी खबर भ्रामक और तथ्यों से परे हैं. वह दिशुम गुरु शिबू सोरेन के अनुयाई हैं और अंतिम सांस तक झारखंड मुक्ति मोर्चा में ही रहेंगे.
उन्होंने यह भी लिखा है कि खरसावां की जनता ने उन्हें जो प्यार और सम्मान दिया है इसके लिए वह खरसावां की जनता के ऋणी रहेंगे. आपको बता दे कि कभी ऐसा ही दवा चंपई सोरेन, लोबिन हेंब्रम, गीता कोड़ा, सीता सोरेन, कुणाल सारंगी, समीर कुमार मोहंती, सरयू राय, अर्जुन मुंडा, मधु कोड़ा सरीखे नेता भी कर चुके हैं. बहरागोडा विधायक समीर कुमार मोहंती ने भी एक तस्वीर जारी कर कहा है कि वे भी दिल्ली नहीं गए हैं. वे चाकुलिया में हैं और पार्टी के कार्यक्रम में हैं. वैसे सुबह इस बात के कयास लगाए जा रहे थे कि चंपई सोरेन के साथ दिल्ली पहुंचने वाले विधायकों में समीर मोहंती और दशरथ गागराई भी शामिल हैं, मगर दोनों नेताओं ने इसका खंडन कर दिया है. अब देखना यह दिलचस्प होगा कि दशरथ गागराई और समीर कुमार मोहंती कब तक पार्टी के प्रति वफादार बने रहते हैं. हालांकि समीर बीजेपी से जेएमएम में आए हैं. और हाल ही में संपन्न हुए लोकसभा चुनाव में वे जमशेदपुर से चुनाव हार चुके हैं. इसमें बहरागोड़ा से उनकी स्थिति ठीक नहीं थी.