DESK REPORT इस वक्त राजधानी रांची से बड़ी खबर आ रही है. जहां राजनीतिक उठापटक चरम पर है. शनिवार को मुख्यमंत्री आवास में यूपीए विधायकों आना शुरू हो गया है. सूत्रों की अगर मानें तो यूपीए के विधायक छत्तीसगढ़ शिफ्ट किए जा सकते हैं. सभी विधायकों को बैठक के बहाने बुलाया गया है, मगर सभी सामान के साथ पहुंच रहे हैं.
ऐसी सूचना मिल रही है कि बैठक के बाद विधायकों को बस से छत्तीसगढ़ ले जाया जाएगा. रांची में किसी गुप्त ठिकाने पर तीन बस रखे जाने की बात सामने आ रही है. बता दें कि
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की विधायकी जाने में अभी थोड़ा वक्त लग सकता है. दरअसल ऑफिस ऑफ प्रॉफिट मामले में सीएम हेमंत सोरेन की सदस्यता को लेकर केंद्रीय चुनाव आयोग ने अपनी सिफारिश झारखंड के राज्यपाल को भेज दी है. अब राज्यपाल शनिवार को EC के रिपोर्ट पर अपना अनुमोदन देंगे. जानकारी के मुताबिक मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को आफिस ऑफ प्रॉफिट मामले में दोषी करार देते हुए उनकी सदस्यता समाप्त कर दी गई है, लेकिन ये तब मान्य होगा जब EC इसे नोटिफाई करते हुए इसकी एक प्रति राज्य चुनाव आयोग भेज दे. राज्य चुनाव आयोग इसे विधानसभा अध्यक्ष को उचित करवाई के लिए प्रेषित कर दे लेकिन दफ्तरों में शानिवार और रविवार को अवकाश रहेगा ऐसे में सोमवार को संभवतः करवाई पूरी हो सकेगी. हेमंत सोरेन को विधानसभा सदस्य के रूप में अयोग्य ठहराने में अभी दो दिनों का वक्त लग सकता है.
इधर शनिवार को मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के आवास पर यूपीए विधायक दल की बैठक में पहुंचे कांग्रेस कोटे से स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने कहा कि हमारी औपचारिक बैठक है. कल भी हुई और आज भी है. बन्ना गुप्ता ने कहा कि हमारी सरकार और हमारे मुख्यमंत्री पूरी तरह से सुरक्षित है और सरकार अपना कार्यकाल पूरा करेगी. बीजेपी पर उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि बीजेपी मुंगेरीलाल के हसीन सपने देख रही है. विधायकों को बाहर शिफ्ट किए जाने के सवाल पर उन्होंने इसे महज एक अफवाह बताया. जबकि झामुमो कोटे से सांसद विजय हांसदा ने कहा कि यह एक रूटीन बैठक है. वैसे क्या सही क्या गलत और क्या अफवाह है यह अगले कुछ घंटों में पता चल जाएगा.