रांची: झारखंड प्रशासनिक सेवा के अधिकारियों पर एक के बाद एक गाज गिर रही है. वर्तमान में जिस अधिकारी पर आरोप लगे है वो तात्कालीन अंचल अधिकारी बोआरीजोर गोड्डा के रूप में पदस्थापित थे. अब जांचोपरांत देवराज गुप्ता पर विभागीय कार्यवाही चलायी जायेगी. कार्मिक विभाग ने इसकी अनुमति प्रदान कर दी है.
ये है आरोप
देवराज गुप्ता अभी साहेबगंज के बरहरवा के अंचल पदाधिकारी हैं. उनके खिलाफ राजमहल खनि समूह, ललमटिया की अधिग्रहित भूमि के वंशावली निर्गत करने में एक ही जमाबंदी को भिन्न- भिन्न वंशावली निर्गत करने, अपने अनियमित कार्यो से खनन कार्य को प्रभावित करने, सरकार द्वारा संचालित योजनाओं में रूची नहीं लेने, रिक्त ग्राम प्रधानों के विरूद्ध अपेक्षित कार्रवाई नहीं करने, राजस्व वसूली की क्षति करने सहित कई आरोप हैं.
उपायुक्त गोड्डा ने 23 सिंतबर 2022 को ही उनके उपर कार्रवाई की अनुशंसा की थी. प्रथम दृष्टया जांच में आरोप सही पाए गए. इसके बाद सरकार ने विभागीय कार्यवाही चलाने का आदेश दिया है. झारखंड प्रशासनिक सेवा के इस अधिकारी को 15 दिनों के अंदर अपना बचाव-बयान देने को कहा गया है. जांच संचालन का जिम्मा सेवानिवृत आइएएस अधिकारी अरविंद कुमार को दिया गया है.
हाल के दिनो मे झारखंड प्रशासनिक सेवा के कई अधिकारियों पर इस तरह की कारवाई हुई है. उसके वावजूद कई अधिकारी अभी भी जांच के घेरे में है. जिनके खिलाफ जांच चल रही है. सूत्र बताते हैं की निकट भविष्य में कई अधिकारी कारवाई की जद में आ सकते हैं.