रांची: झारखंड के 12 वें मुख्यमंत्री के रूप में शपथ लेने के बाद चंपई सोरेन ने सबसे पहले धरती आबा भगवान बिरसा मुंडा और वीर शाहीद सिदो- कान्हू की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया. उसके बाद कैबिनेट की बैठक की. इसमें उनके साथ शपथ लेनेवाले दो अन्य मंत्री आलमगीर आलम और सत्यानंद भोक्ता मौजूद रहे. इस बैठक में तीन प्रस्तावों पर मुहर लगी है. साथ ही 5 और 6 फरवरी को विधानसभा का सत्र आहूत किया गया है. जिसमें सरकार बहुमत साबित करेगी.
वहीं बैठक में पूर्व निर्धारित 9 फरवरी से 29 फरवरी के बजट सत्र को विलोपित (रद्द) करने का निर्णय लिया गया. साथ ही राजीव रंजन को फिर से एडवोकेट जनरल नियुक्त करने के प्रस्ताव की स्वीकृति दी गयी. बैठक के बाद मीडियाकर्मियों से बातचीत के क्रम में मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन ने बताया कि पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन द्वारा किए जा रहे कार्यों को आगे ले जाना और राज्य के अंतिम पंक्ति में बैठे गरीब, मजदूर और किसानों तक सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं को पहुंचाने का काम किया जाएगा. उन्होंने कहा कि पहली चुनौती विश्वासमत हासिल करना और मंत्रिमंडल का विस्तार करना है. उन्होंने बताया कि हमारी सरकार बहुमत साबित करेगी और बचे हुए कार्यकाल भी पूरी करेगी. वहीं विधायकों को हैदराबाद शिफ्ट करने के सवाल पर उन्होंने कहा कि सभी विधायकों को घूमने भेजा गया है. सभी समय पर आ जाएंगे और हम बहुमत भी साबित करेंगे. वहीं मुख्यमंत्री ने कहा कि विपक्ष के इशारे पर राज्य में सियासी संकट उत्पन्न हुआ है हमारी सरकार इसका जवाब काम से देगी.
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