कोडरमा: जिले के 108 एम्बुलेंस चालकों के शुक्रवार से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले जाने के कारण जिले में स्वास्थ्य व्यवस्था प्रभावित होने लगा है. आपातकालीन स्थिति में इमरजेंसी में भर्ती किए गए मरीज के परिजनों को दूसरे अस्पताल जाने के लिए परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.


मालूम हो कि अपनी मांगों को लेकर शुक्रवार से 108 एंबुलेंस चालक और कर्मी हड़ताल पर चले गए हैं और अपनी मांगों के समर्थन में आवाज बुलंद कर रहे हैं. हड़ताली कर्मियों ने बताया कि एक तरफ वे लोग आपातकालीन सेवा देकर लोगो की जान बचा रहे हैं, लेकिन आउटसोर्सिंग कम्पनी द्वारा लगातार उनका शोषण किया जा रहा है. हर साल कंपनी बदलती है और हर कंपनी साल में 2 से 3 महीने का वेतन दबा लेती है. इसके अलावा 108 एंबुलेंस भी जर्जर स्थिति में हो गए हैं, जिसकी मरम्मती की जिम्मेदारी भी उन्हें अपने खर्चे से उठाना पड़ता है. वहीं दूसरी तरफ 108 एंबुलेंस के हड़ताल पर होने के कारण मरीज के परिजन परेशान है और सरकार से इस हड़ताल को जल्द से जल्द समाप्त करने की मांग कर रहे हैं. इधर, सदर अस्पताल के उपाधीक्षक डॉ रंजीत कुमार ने बताया कि 108 एंबुलेंस के चालकों के हड़ताल पर चले जाने की सूचना औपचारिक रूप से तो नहीं मिली है, लेकिन विकल्प के तौर पर सदर अस्पताल प्रबंधन के पास आठ एंबुलेंस तैनात है. उन्होंने कहा कि आपातकालीन परिस्थिति में मरीजों को घबराने की जरूरत नही है, वे सदर अस्पताल के एम्बुलेंस की मदद ले सकते हैं. गौरतलब है कि कोडरमा जिले में स्वास्थ्य विभाग के पास 16, 108 एंबुलेंस है, जिसके संचालन के लिए 64 एंबुलेंस चालक और कर्मी बहाल किए गए हैं.
