दिल्ली: असम के मुख्यमंत्री सह झारखंड चुनाव सह प्रभारी हिमंता विस्वा सरमा मे बड़ा खुलासा किया है. उन्होंने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बताया है कि पूर्व मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन के पीछे झारखंड पुलिस के स्पेशल ब्रांच के दो ऑफिसर को लगाया गया था. जो चंपाई सोरेन के पल- पल की खबर जुटा रहे थे कि वह कहां जाते हैं क्या करते हैं. उनको फोटो खींचते हुए पकड़ा गया है और दिल्ली पुलिस के हवाले कर दिया गया है.
हिमंत विस्वा सरमा ने बताया कि “आपलोग को मालूम हो कि झारखंड के मंत्रीसभा में चंपाई सोरेन जी आज भी मंत्री है. जब तक वह इस्तीफा नहीं देते हैं तब तक वह एक माननीय मंत्री है. पहले चंपाई सोरेन जी दिल्ली गये थे आज से एक सप्ताह पहले, और उन्होंने दिल्ली में 3 दिन बिताया था. फिर दोबारा 26 तारीख को कोलकाता होते हुए वह दिल्ली गये थे. दोनों बार जब दिल्ली गये थे तो ताज होटल में रूके थे. उनके साथ जो सरकारी पीए, पीएस वह भी उनके साथ ताज होटल में रुके थे. लेकिन कल पता चला कि दोनों बार जो वो दिल्ली गये थे दोनों बार उनको स्पेशल ब्रांच झारखंड पुलिस के दो ऑफिसर फॉलो कर रहे थे.” उन्होंने कहा कि मैं आज सीएम हूं और मैं आज केशव मोहंता जी के पीछे में एसबी लगा देता हूं कि उनका मूवमेंट ट्रैक कीजिए तो आपलोग सोच सकते हैं कि यह कितना बुरा है.”
उन्होंने आगे बताया कि “कल शाम ये दोनों एसबी के एजेंट को लोगों ने होटल में पकड़ा. उस वक्त ये दोनों फोटो खींच रहे थे. दोनों को पकड़कर दिल्ली पुलिस को हैंडओवर किया गया है. जब दिल्ली पुलिस को हैंडओवर किया तो चंपाई सोरेन ने एफआईआर भी किया. उन्होंने बताया कि ये दो व्यक्ति मेरा फोटो ले रहे है. और कोलकाता से हमारे साथ एक ही फ्लाइट में आए और हमारे होटल के नजदीक उन्होंने अपना रूम बुक किया. हमको संदेह हो रहा है कि यह क्या है. दिल्ली पुलिस दोनों व्यक्ति को लेकर अपने साथ गई. फिर उनसे पूछताछ की गई तो पता चला दोनों झारखंड पुलिस का सब इंसपेक्टर है. दोनों ने बताया कि हम दोनों को बहुत दिन से चंपाई सोरेन जी को ट्रैक करने की जिम्मेदारी दी गई है. फिर उनसे पूछा गया कि आपको यह जिम्मेदारी किसने दी है, तो उन्होंने बताया कि आईजी प्रभात कुमार जो वहां के स्पेशल ब्रांच का एडीजीपी है. उन्होंने दोनों को जिम्मेदारी दी. दोनों के फोटोग्राफ मेरे पास है, लेकिन दोनों का नाम मैं लेना नहीं चाहूंगा. तो ये स्वाधीन भारत में कभी नहीं हुआ है कि एक पूर्व चीफ मीनिस्टर और कैबिनेट कलिग के ऊपर सर्विलांस लगाया जाए.”
आगे असम के मुख्यमंत्री ने कहा कि “आज मैं ही अपने कैबिनेट कलिग के ऊपर एसबी लगा देता हूं तो ये एक बहुत बड़ा इशू है, जो प्राइवेसी को पूरी तरह खत्म कर देगा. चाणक्य़पुरी के डीसीपी को हमने कंपलेन की थी. दोनों चाणक्यपुरी थाने में है. मुझे संदेह है कि उनका फोन भी ट्रैप हुआ होगा. ये कितना बड़ा मामला हो सकता है ये आप देख सकते हैं. कांग्रेस और जेएमएम दोनों संविधान की रक्षा की बात करते हैं और इस तरह किसी के प्राइवेसी को नुकासान पहुंचाना क्या संविधान इसकी इजाजत देती है ? चंपाई सोरेन जी क्या नक्सली हैं ? कोई भी सिविलाईज कंट्री में ऐसा नहीं हो सकता है. चंपाई सोरेन जी एक आदिवासी नेता है. कल शाम को दोनों को थाने को हैंडओवर किया गया. जब ये दोनों व्यक्ति होटल में थे. तब एक महिला का भी उनके रूम में आवागमन भी था. उन्होंने आशंका जताई कि ये हो सकता है कि कोई ट्रैपिंग का भी कोई स्कीम बना हुआ था. आप ऑफिशियल ड्यूटी में है और एक महिला रूम में आ रही है तो यह गंभीर मामला है.
उन्होंने कहा कि “दोनों पकड़े हुए पुलिस ऑफिसर ने बताया है कि चंपाई सोरेन जी को फॉलो करने का ऑर्डर हमें संविधानिक पद पर बैठे हुए लोगों से ही मिला था. सारा मामला जांच का विषय है. मैं भी 30 तारीख को झारखंड जाऊंगा और राज्यपाल को इस बात से अवगत कराऊंगा. कांग्रेस और जेएमएम सीधा लोगों के प्राइवेसी पर हमला कर रहा है. ये बहुत बड़ा मामला है कि एक कैबिनेट मिनिस्टर को सर्विलांस में रखा गया है. इतना बड़ा सर्विलांस कहीं नहीं हुआ है. आपका ही कैबिनेट का कलिग है उनको आप पांच महीने से सर्विलांस में रखा है. हर बार वो दिल्ली आते हैं और दो- दो ऑफिसर उनको फॉलो करता है. उनका फोटो खींचता है. मुझे लगता है उनका टेलीफोन भी ट्रैपिंग पर होगा. ये बहुत बड़ा सर्विलांस का मामला है. जो हमारे देश में मुझे नहीं लगता है कि ऐसा केस कहीं है.”
देखें video क्या कहा हिमंता बिस्वा सरमा ने