डेस्क: रांची में जमीन घोटाले की जांच कर रही ईडी ने रांची के पूर्व उपायुक्त आईएएस अधिकारी छवि रंजन को समन जारी किया है. छवि रंजन को 21 अप्रैल को ईडी ने रांची के जोनल कार्यालय में बुलाया है.
वहीं, इसी मामले में कोलकाता के एडिशनल रजिस्ट्रार ऑफ एश्योरेंस त्रिदिप मिश्रा को भी ईडी ने समन कर दिया है.
उन्हें भी आगामी दो मई को रांची स्थित ईडी कार्यालय में पूछताछ के लिए बुलाया गया है. दोनों ही अधिकारियों से जमीन घोटाले में की गई जालसाजी के संबंध में ईडी जानकारी लेगी.
विदित हो कि ईडी ने 13 अप्रैल को आईएएस छवि रंजन के रांची और जमशेदपुर सहित कुल 22 ठिकानों पर छापेमारी की थी. इस छापेमारी में ईडी को बड़गाईं अंचल कार्यालय के राजस्व उप निरीक्षक भानु प्रताप प्रसाद के आवास से सरकारी फाइलें और सैकड़ों जमीन के डीड मिले थे, जिसमें हेराफेरी की आशंका से इनकार नहीं किया जा सकता है.
ईडी इस मामले की जांच कर रही है. इस मामले में भानु प्रसाद और कुछ जमीन माफिया भी गिरफ्तार हुए थे, जिनके आवास से जाली डीड बनाने के सामान, डिजिटल डिवाइस और फर्जी स्टांप मिले थे, जिससे अंग्रेज के जमाने के भी डीड बन जाते थे. सभी आरोपी रिमांड पर हैं, जिनसे पूछताछ चल रही है.
*आईएएस छवि रंजन से ईडी को जो चाहिए जानकारी*
ईडी आईएएस छवि रंजन से रांची में जमीन घोटाले के मामले में यह जानकारी लेगी कि उन्होंने किस परिस्थिति में विवादित जमीन मामले में रजिस्ट्री का आदेश दिया था. ईडी रांची में सेना के कब्जे वाली बरियातू की 4.55 एकड़ जमीन और सदर थाना क्षेत्र में चेशायर होम रोड की एक एकड़ जमीन की खरीद- बिक्री मामले में मनी लांड्रिंग के तहत जांच कर रही है.
ईडी ने दोनों ही विवादित जमीन मामले में बड़ा जालसाजी पकड़ा है. मूल दस्तावेज में छेड़छाड़ से लेकर गलत दस्तावेज पर रजिस्ट्री का मामला भी उजागर किया है. ऐसे और भी जमीन का मामला ईडी के सामने आया है, जिसपर आईएएस छवि रंजन से ईडी पूछताछ करेगी.
बंगाल के रजिस्ट्री कार्यालय में जालसाजों की कितनी पकड़ थी. कैसे वहां रजिस्ट्री होती है. जालसाजों को मूल दस्तावेज कैसे मिले, किस तरह जाली कागजात बनाया गया. पूर्व में ईडी ने उक्त कार्यालय से दस्तावेजों का सत्यापन भी करवाया था, जिसमें जालसाजी पकड़ी गई थी. ईडी अब इस मामले में ईडी त्रिदिप मिश्रा से विस्तार से जानेगी. उन्हें दो मई को रांची बुलाया गया है.
Reporter for Industrial Area Adityapur