DEOGHAR देवनगरी देवघर में सोमवार को मुख्यमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम का वृहद आयोजन किया गया. मौके पर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के अलावा मंत्री चंपई सोरेन, कृषि मंत्री बादल पत्रलेख, पर्यटन मंत्री हफीजुल हसन के अलावा जामताड़ा विधायक इरफान अंसारी पोड़ैयाहाट विधायक प्रदीप यादव और तमाम प्रशासनिक अधिकारी मौजूद रहे.
मौके पर लाभुकों के बीच रोजगार सृजन योजना के तहत ऋण का वितरण किया गया. वहीं सीएम हेमंत सोरेन ने श्रावणी मेला के आयोजन पर मुहर लगा दी. मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन सबसे पहले देवघर एयरपोर्ट पहुंचे उसके बाद सीधा केकेएन स्टेडियम पहुंचे और ऋण का वितरण किया. इस कार्यक्रम के बाद मुख्यमंत्री देवघर बाबा मंदिर पहुंचे और बाबा भोलेनाथ का आशीर्वाद लिया.
मुख्यमंत्री ने श्रावणी मेला के आयोजन के सम्बंध में मुख्यमंत्री ने कहा कि इस वर्ष श्रावणी मेला का आयोजन जरूर होगा और इस बार ज्यादा श्रद्धालुओं के आने की संभावना है. इसके लिए राज्य सरकार व्यापक इंतजाम करेगी. मुख्यमंत्री ने श्रद्धालुओं से कोविड-19 के मानकों का करते हुए यहां आने की अपील की. वहीं मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि वैश्विक महामारी के बीच राज्य सरकार का उद्देश्य अपनी जनता का जान बचाना था. अब कोरोना की रफ्तार धीमी हुई है तो राज्य सरकार विकास कार्यों में लग चुकी है. पिछले 8 महीनों में कई योजनाएं पारित की गई है और विकास चौतरफा दिख रहा है. इन सब को देख कर विपक्षी पार्टियां हाय- तौबा मचा रही है और विकास के कार्यों में बाधा डाल रही है. उन्होंने विपक्ष पर केंद्रीय एजेंसियों के जरिए विकास कार्य में बाधा पहुंचाने का आरोप लगाया है. इसके अलावा मुख्यमंत्री ने कहा कि देवघर एयरपोर्ट जल्द शुरू होगा, लेकिन उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने एयरपोर्ट के मेंटेनेंस का जिम्मा 10 सालों के लिए राज्य सरकार को दे दिया है और राज्य सरकार इसके लिए सक्षम नहीं है. इससे विकास कार्य प्रभावित होंगे इसलिए केंद्र सरकार को इस पर विचार करना चाहिए एयरपोर्ट बनने में केंद्र से ज्यादा राज्य सरकार का सहयोग है. केंद्र एयरपोर्ट का मालिक है तो राज्य सरकार इसके मजदूर हैं. उन्होंने कहा है कि इस एअरपोर्ट के शुरू हो जाने से देश- विदेश के श्रद्धालु पहुंचेंगे जिससे राजस्व बढ़ेगा. इसके अलावा मुख्यमंत्री ने कहा कि रोजगार सृजन कार्यक्रम काफी अच्छा चल रहा है. पहले झारखंड में लोग मजदूर बनकर रहते थे, लेकिन अब मजदूर भी मालिक बन सकेगा. अब अपना व्यवसाय के लिए वह 50 हजार से लेकर 25 लाख तक का ऋण ले सकते हैं, और अपना व्यापार शुरू कर सकते हैं. कार्यक्रम स्थल पर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने स्मारिका का भी विमोचन किया. मौके पर जिला प्रशासन ने सभी अतिथियों को प्रतीक चिन्ह भेंट किए. इस दौरान हजारों की संख्या में लाभुक पहुंचे थे. जहां मुख्यमंत्री ने सभी का अभिवादन जोहार से किया.
इसके अलावा इस कार्यक्रम में मंच पर बैठे अधिकारियों को हिदायत देते हुए हेमंत सोरेन ने कहा कि पदाधिकारी जनता के सेवक हैं और यह काम करने की आदत डालें. अगर काम नहीं कर सकते हैं तो मुख्यमंत्री फैसला जनता पर छोड़ देंगे क्योंकि जनता मालिक है.