रांची: रांची में जमीन घोटाला मामले में गिरफ्तार निलंबित आईएएस अधिकारी छवि रंजन की जमानत याचिका पर ईडी कोर्ट में सुनवाई हुई. सुनवाई के बाद अदालत ने ईडी से जवाब मांगा है. मामले में अगली सुनवाई 10 जुलाई को होगी. ईडी ने इस मामले में उन्हें 5 मई को गिरफ्तार किया था तब से वे जेल में है.

कोलकाता के कारोबारी अमित अग्रवाल और दिलीप घोष की जमानत याचिका पर सुनवाई हुई. उनके मामले में भी अदालत ने ईडी से जवाब मांगा है और अगली सुनवाई सात जुलाई को निर्धारित की है. ईडी ने रांची में सेना के कब्जे वाली 4.55 एकड़ की जमीन व सदर थाना क्षेत्र में चेशायर होम रोड स्थित एक एकड़ जमीन की अवैध तरीके से खरीद- बिक्री मामले में मनी लांड्रिंग के तहत अनुसंधान के दौरान इस बड़े फर्जीवाड़ा का खुलासा किया है.
ईडी ने ऐसे किया था फर्जीवाड़े का खुलासा
ईडी ने रांची में सेना के कब्जे वाली 4.55 एकड़ जमीन व सदर थाना क्षेत्र में चेशायर होम रोड स्थित एक एकड़ जमीन की अवैध तरीके से खरीद- बिक्री मामले में मनी लांड्रिंग के तहत अनुसंधान के दौरान एक बड़े फर्जीवाड़े का खुलासा किया था. सेना के कब्जे वाली 4.55 एकड़ जमीन की खरीद- बिक्री मामले में फर्जीवाड़ा का खुलासा सबसे पहले आयुक्त की जांच रिपोर्ट में हुआ था.
इसके बाद रांची नगर निगम के कर संग्रहकर्ता दिलीप शर्मा ने नगर आयुक्त के आदेश पर जून, 2022 में प्रदीप बागची के खिलाफ रांची के बरियातू थाने में जालसाजी के मामले में प्राथमिकी दर्ज कराई थी, जिसमें उन्होंने आरोप लगाया था कि प्रदीप बागची ने फर्जी आधार कार्ड, फर्जी बिजली बिल, फर्जी पोजेशन लेटर दिखाकर दो- दो होल्डिंग ले लिया था. आयुक्त की जांच में सेना के कब्जे वाले जमीन का असली रैयत जयंत करनाड मिला था. ईडी ने इस पूरे मामले में मनी लांड्रिंग के तहत केस दर्ज कर अनुसंधान शुरू किया था.
