DESK झारखंड की राजनीति के लिए बुरी खबर है. शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो का गुरुवार की सुबह निधन हो गया है. उन्होंने चेन्नई में इलाज के दौरान अंतिम सांस ली. गौरतलब है कि उनकी तबीयत पिछले काफी लंबे समय से खराब चल रही थी. बीते महीने एक रात जब उनकी हालत कुछ ज्यादा बिगड़ गई, तो सबसे पहले मंत्री को रांची के पारस हॉस्पिटल में एडमिट कराया गया. फिर बेहतर इलाज के लिए एयर एम्बुलेंस के जरिए चेन्नई के एमजीएम अस्पताल में ले जाया गया. फिलहाल वहीं उनका ट्रीटमेंट चल रहा था.
*कोरोना से संक्रमित होने के बाद बिगड़ा हाल*
बता दें कि रांची के पारस हॉस्पिटल में जब उन्हें एडमिट किया गया था, तब मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने अस्पताल जाकर उनसे मुलाकात की थी और चेन्नई ले जाकर जांच कराने की सलाह भी दी थी. इस दौरान उन्होंने जगरनाथ महतो को टाइगर बताते हुए उनके जल्दी ठीक होने की कामना की थी. दो साल पहले कोरोना महामारी से संक्रमित होने के बाद उनके फेफड़ों में संक्रमण हो गया था. इस दौरान चेन्नई एमजीएम में ही उनके लंग्स का ट्रांसप्लानटेशन हुआ था और अब फॉलोअप के लिए उन्हें वहीं भेजा गया था. इससे पहले अक्टूबर, 2018 में उन्हें हार्ट अटैक आया था. उनकी एक बार एनजीओप्लास्टी भी हो चुकी है.
झारखंड टाईगर के नाम से जाने जाते थे जगरनाथ
डुमरी से विधायक जगरनाथ महतो झारखंड आंदोलनकारी के अग्रणी नेताओं में शुमार थे. उन्हें झारखंड टाइगर के नाम से भी जाना जाता था. उनके निधन पर सीएम हेमंत सोरेन, नेता प्रतिपक्ष बाबूलाल मरांडी, मंत्री चम्पाई सोरेन आदि ने ट्वीट कर संवेदना जतायी है.