रांची : राज्य में सकारात्मक बदलाव लाने को लेकर सरकार ने तेजी दिखाई है. इसे लेकर मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन ने विभागों के प्रधान सचिव की उपस्थिति में सभी जिलों के उपायुक्त के साथ विकास और जनकल्याणकारी योजनाओं की समीक्षा बैठक की. उन्होंने कहा कि दो दिनों तक चली इस बैठक में विभिन्न योजनाओं को लेकर विस्तार से जानने- समझने का मौका मिला. मुझे पूरा विश्वास है कि इस बैठक के सकारात्मक परिणाम देखने को मिलेंगे.
मुख्यमंत्री ने कहा कि दो दिनों तक चली इस बैठक में कानून और व्यवस्था से लेकर विकास योजनाओं और उसकी प्रगति पर विस्तार से चर्चा हुई. इसमें योजनाओं के क्रियान्वयन में क्या समस्याएं आ रही हैं. उन समस्याओं का क्या समाधान हो. योजनाएं कैसे धरातल पर उतरे। लोगों को इसका लाभ किस तरह मिले. इस पर रणनीति बनाने का कार्य हुआ. मुझे पूरा यकीन है कि इस बैठक के बाद राज्य और राज्य की जनता के हित में अधिकारी अपना शत-प्रतिशत योगदान सुनिश्चित कर विकास को नया आयाम देंगे.
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी सरकार से राज्य की जनता को काफी उम्मीदें हैं जनता की आकांक्षाओं को पूरा करने में हमें अपनी जिम्मेदारियां को पूरी निष्ठा के साथ निभाना है. लोगों को उनका हक और अधिकार पूरे सम्मान के साथ देने के लिए सरकार प्रतिबद्ध है और इसमें आप सभी का योगदान काफी मायने रखता है. हमारी सरकार में किसी के साथ कोई भेदभाव नहीं होगा. योजनाओं का लाभ देने में पूरी पारदर्शिता बरती जा रही है. समाज के अंतिम पंक्ति के व्यक्ति तक सरकार की योजनाएं पहुंचे, इस दिशा में पूरी ताकत के साथ काम हो रहा है.
मुख्यमंत्री ने कहा कि जनहित में कई नई योजनाएं शुरू होगी। ऐसे में सभी योजनाओं की टाइमलाइन तय की जाएगी. कब योजनाओं का उद्घाटन होना है और कब पूरा होना है, यह पहले से तय होगा और इसमें इसमें किसी प्रकार का विलंब बर्दाश्त नहीं होगा. हर वर्ग और तबके के हित में सरकार की योजनाएं चल रही हैं. इसमें इंफ्रास्ट्रक्चर मजबूत करने के साथ शिक्षा, ग्रामीण विकास स्वास्थ्य, सिंचाई, कृषि रोजगार से जुड़ी अनेकों योजनाएं हैं. योजनाओं के माध्यम से लोगों का बेहतर सुविधा मुहैय्या करना सरकार की प्राथमिकता है.
इस उच्च स्तरीय बैठक में मंत्री बन्ना गुप्ता, मंत्री बादल, मंत्री मिथिलेश कुमार ठाकुर, मंत्री दीपक बिरुवा, मंत्री हफीजुल हसन, मुख्य सचिव एल खियांग्ते, मुख्यमंत्री के अपर मुख्य सचिव-सह- विकास आयुक्त अविनाश कुमार सहित सभी विभागों के प्रधान सचिव, सचिव, सभी प्रमंडलों के आयुक्त, सभी जिलों के उपायुक्त एवं अन्य वरीय पदाधिकारीगण उपस्थित रहे.]