जामताड़ा: राज्य के ग्रामीण विकास मंत्री सह कांग्रेस प्रत्याशी इरफान अंसारी की मुसीबतें बढ़ गई है. बता दें कि गुरुवार को नामांकन के बाद मीडिया से बात करते हुए श्री अंसारी ने विपक्ष के खिलाफ कथित अमर्यादित टिप्पणी की थी. जिसपर बीजेपी नेताओं ने निर्वाचन आयोग से शिकायत करते हुए कार्रवाई की मांग की थी. वहीं विपक्ष ने उनके बयान को सियासी मुद्दा बनाकर परोस दिया. जिसके बाद उनके खिलाफ जामताड़ा थाना में आदर्श आचार संहिता मामले में प्राथमिकी दर्ज की गई है.
जामताड़ा विधानसभा क्षेत्र के एआरओ सह जामताड़ा बीडीओ प्रवीण चौधरी के बयान पर कांड संख्या 208/24 के तहत जामताड़ा थाने में प्राथमिकी दर्ज की गई है. दर्ज प्राथमिकी में विपक्षी पार्टी के प्रत्याशी के भावनाओं को आहत करने तथा आपत्तिजनक टिप्पणी करने का आरोप लगाया गया है.
आपको बता दे कि 24 अक्टूबर को नामांकन के बाद इरफान अंसारी ने मीडिया से बात करते हुए भाजपा पर “रिजेक्टेड माल” को चुनाव में उतारने की बात कही थी. जिसे बीजेपी प्रत्याशी सीता सोरेन ने निजी हमला बताते हुए अपने “एक्स” हैंडल से ट्वीट किया था. उसके बाद सूबे की सियासत गरमा गई. यही नहीं राष्ट्रीय अनुसूचित जनजाति आयोग ने भी मामले को स्वत: संज्ञान में लेते हुए मुख्य सचिव, प्रधान सचिव, पुलिस महानिदेशक, जामताड़ा उपायुक्त तथा जामताड़ा एसपी से तीन दिनों के अंदर जवाब मांगा है. हालांकि इरफान अंसारी ने इस मामले में बयान जारी कर कहा था कि उनके बयान को तोड़मरोड़ कर पेश किया गया है. उन्होंने बयान में सीता सोरेन का नाम नहीं लिया है.