JAMSHEDPUR जमशेदपुर के परसुडीह थाना अंतर्गत सरजामदा के ईजीएल ग्राउंड के समीप बजरंगबली के मूर्ति स्थापन को लेकर दो समुदायों के बीच जारी गतिरोध इस साल भी समाप्त होता नजर नहीं आ रहा है.
बता दें कि उक्त स्थल पर प्रतिमा स्थापित करने को लेकर पिछले कई वर्षों से दो समुदायों के बीच विवाद जारी है. विरोधी पक्ष की तरफ से अगस्त 2021 को अंचल कार्यालय में लिखित शिकायत दिया गया, जिसे प्रथम पक्ष द्वारा शर्तों के साथ अपने सारे कागजात को अंचलाधिकारी के सामने रखा गया. उसके बाद मामले को संज्ञान में लेते हुए अंचलाधिकारी ने अपने कर्मचारी को भेजा, तीन बार जमीन का चिन्हिकरण और सीमांकन किया गया. रैयतदार रमेश महतो ने बताया कि अंचल कार्यालय से उन्हें मूर्ति स्थापन की अनुमति तेरी गई है बावजूद इसके परसुडीह थाना पुलिस द्वारा मूर्ति स्थापन की अनुमति नहीं देने से ग्राम वासी असमंजस की स्थिति में है. ग्राम वासियों का आरोप है कि स्थानीय थाना दूसरे पक्ष की बात को सुनकर बिना मामले की जांच किए प्रथम पक्ष के लोगों को परेशान करने में जुटी है. रमेश महतो ने बताया कि बजरंगबली की 11 फीट की प्रतिमा बनकर तैयार है जिसका प्राण प्रतिष्ठा रामनवमी के दिन किया जाना है. वहीं पुलिस के रवैये को लेकर मंगलवार को तमाम हिंदूवादी संगठन, बजरंगी अखाड़ा कमेटी सरजमदा और पुराना बस्ती के लोगों का जुटान हुआ और इसे आस्था का विषय बताते हुए स्थानीय थाना से मामले में सहयोग की अपील की. वहीं बजरंग दल ने साफ कर दिया है, कि अगर प्रशासन मामले को गंभीरता से नहीं लेती है, तो आगे इसके गंभीर परिणाम भुगतने होंगे. बजरंग दल ने मिशनरीज के दबाव में आकर आदिवासियों द्वारा मंदिर निर्माण का विरोध करने का आरोप लगाया. बताया गया, कि मिशनरीज संस्थाएं भोले- भाले आदिवासियों का धर्म परिवर्तन कराकर उन्हें ईसाई बना रहे हैं. उन्हीं के इशारे पर यहां विवाद पैदा किया जा रहा है. हिंदूवादी संगठनों ने हर हाल में मंदिर निर्माण और मूर्ति स्थापन करने की घोषणा की है. साथ ही एलान किया है, कि हिंदू नव वर्ष पर यहीं से शोभायात्रा निकाली जाएगी.