जमशेदपुर:- जमशेदपुर के परसुडीह थाना पुलिस ने गुप्त सूचना के आधार पर गदरा बस्ती भूमिज टोला के पास छापेमारी करते हुए डकैती की योजना बनाते छापेमारी इंटर स्टेट आपराधिक गैंग का खुलासा करते हुए 15 अपराध कर्मियों को 5 अवैध देसी पिस्टल, 17 देसी कट्टा, 76 जिंदा कारतूस, एक सफेद रंग का टाटा इंडिगो कार, दो स्कूटी, 53 हजार 200 रुपए नगद और 11 मोबाइल फोन के साथ गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया है.
जानकारी देते हुए डीआईजी राजीव रंजन सिंह ने बताया कि जमशेदपुर पुलिस के लिए यह एक बड़ी कामयाबी है. पुलिस की गिरफ्त में आए अपराध कर्मी संगठित गिरोह के सदस्य हैं. उन्होंने बताया कि पुलिस की गिरफ्त में आए सभी अपराधी प्रोफेशनल तरीके से घटनाओं को अंजाम देते हैं. शहर में हो रहे आपराधिक घटनाओं के पीछे इनकी संलिप्तता से इनकार नहीं किया जा सकता. इनके गिरफ्तार होने के बाद शहर में अपराधिक घटनाओं में कमी आएगी.
हालांकि इन अपराध कर्मियों के पीछे किसी सफेदपोष का हाथ होने से उन्होंने सीधा इंकार तो नहीं किया, लेकिन सूत्रों की अगर मानें तो इतने बड़े आपराधिक गिरोह के संचालित होने के पीछे राजनीतिक सांठगांठ जरूर है. जमशेदपुर पुलिस की गिरफ्त में आए अपराध कर्मियों का नाम रंजीत सिंह, सर्वजीत सिंह, प्रदीप सिंह, अमरजीत प्रसाद सिंह, गणेश शाह, आकाश महतो, राजकुमार सैनी, सौरभ शर्मा, साजन मिश्रा, कुणाल गोस्वामी, अमर ठाकुर, राहुल सिंह, विप्लव बोस, अर्जुन कर्मकार और मोनू शर्मा है.
सभी लूट पाठ गोली चालन शिनचैन और हत्या करने में माहिर अपराधी बताए जा रहे हैं. वैसे इनकी मंशा क्या थी, यह बताने से डीआईजी ने इनकार किया है. वही इस पूरे गिरोह के खुलासे को लेकर डीआईजी ने टीम के सभी पुलिस पदाधिकारियों को नगद पारितोषिक देकर सम्मानित भी किया.