जमशेदपुर: झारखंड विधानसभा चुनाव 2024 के पहले चरण के तहत नामांकन की प्रक्रिया जारी है. बता दें कि यह चुनाव कई मायने में अहम है. इस चुनाव में राजनीति के कई रूप मतदाताओं को देखने को मिल रहा है, जिससे मतदाता के साथ प्रत्याशी और कार्यकर्ता भी असमंजस में हैं.
ऐसा ही एक मामला बुधवार को जमशेदपुर पश्चिम विधानसभा से निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में चुनावी मैदान में उतारे कोरोना काल के सबसे चर्चित डॉक्टरों में एक 111 सेव लाइफ अस्पताल आदित्यपुर के प्रबंध निदेशक डॉक्टर ओपी आनंद के नामांकन में देखने को मिला. जिसमें कांग्रेस और राजद के वैसे खिलाड़ी सामने आए जो पर्दे के पीछे रहकर न केवल संगठन बल्कि पार्टी को भी कमजोर कर रहे थे. भेद खुलते ही जमशेदपुर पश्चिम से इंडिया महागठबंधन के प्रत्याशी बन्ना गुप्ता सकते में आ गए हैं. सूत्रों से जानकारी मिली है कि उन्होंने इसकी जानकारी राजद और कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्षों को दे दी है. मिली जानकारी के अनुसार वैसे नेताओं को चिन्हित कर कार्रवाई की तैयारी शुरू कर दी गई है.
नामांकन से पूर्व ली गई तस्वीर
आपको बता दें कि डॉ. ओपी आनंद के नामांकन के दौरान राजद के प्रदेश महासचिव वीरेंद्र यादव, सचिव राजेश यादव, कांग्रेस के आदित्यपुर नगर अध्यक्ष राहुल यादव मौजूद रहे. मालूम हो कि ये सभी सरायकेला- खरसावां जिले के आदित्यपुर निवासी हैं. इतना ही नहीं किसी जमाने में जमशेदपुर के कद्दावर राजद नेता राधे प्रसाद यादव के करीबी रहे गणेश राय और बिंदेश्वरी यादव को भी डॉक्टर ओपी आनंद के नामांकन के दौरान देखा गया. सूत्रों की माने तो पिछले कई दिनों से ये सभी नेता जमशेदपुर पश्चिम में घूम- घूम कर डॉक्टर ओपी आनंद की जमीन तैयार कर रहे थे. ऐसे में वहां से इंडिया महागठबंधन के प्रत्याशी बन्ना गुप्ता के साथ भीतराघात होने की प्रबल संभावना बन रही है.
लाल घेरे में राहुल यादव
बता दें कि कोरोना महामारी के दौर में डॉ ओपी आनंद और स्वस्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता के बीच हुए विवाद के बाद डॉक्टर ओपी आनंद को जेलयात्रा करनी पड़ी थी. जेल से निकलने के बाद उन्होंने जमशेदपुर पश्चिम से विधानसभा चुनाव लड़ने की घोषणा की थी. इस सीट से महागठबंधन के प्रत्याशी के रूप में बन्ना गुप्ता भी चुनावी मैदान में है. हालांकि जमशेदपुर पश्चिम में डॉक्टर ओपी आनंद का कोई जनाधार नहीं है. नामांकन के दौरान जितने भी समर्थक पहुंचे थे उनमें ज्यादातर समर्थक आदित्यपुर 111 सेव लाइव अस्पताल के स्वास्थ्य कर्मी और डॉक्टर के अलावा राजद और कांग्रेस के आदित्यपुर परिक्षेत्र के नेता मौजूद रहे.
लाल घेरे में राजेश यादव
हालांकि सोशल मीडिया में डॉ. आनंद के नामांकन की तस्वीर वायरल होने के बाद बन्ना गुप्ता के समर्थकों के कान खड़े हुए और उन्होंने इसकी जानकारी बन्ना गुप्ता को दी. जिसके बाद बन्ना गुप्ता ने मामले को गंभीरता से लेते हुए दोनों दलों के प्रदेश अध्यक्षों को इसकी जानकारी देते हुए कार्रवाई की मांग की है. इधर दोनों ही दलों के सरायकेला- खरसावां जिला अध्यक्षों को भी इसकी जानकारी मिल गई है जिसके बाद वे भी हलकान हैं. बता दें कि राहुल यादव सरायकेला- खरसावां जिला कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष अंबुज कुमार पांडे के बेहद करीबी है. सूत्रों की माने तो दोनों ही दलों के प्रदेश अध्यक्षों ने मामले को गंभीरता से लिया है और इन सरसों के भूतों के खिलाफ कार्रवाई तय मानी जा रही है.
लाल घेरे में वीरेंद्र यादव