जमशेदपुर: राज्य में जल- जंगल और जमीन की रक्षा के वायदों के साथ सत्ता पर काबिज हुई हेमंत सोरेन के राज में आदिवासियों के जमीन का खुल्लमखुल्ला लूट मचा है. राज्य के सभी जिलों की कमोवेश यही स्थिति बनी हुई है. खासकर कोल्हान जहां लागभग सभी सीटों पर वर्तमान सत्ताधारी दल का कब्जा है वहीं अगर आदिवासियों के हितों के साथ खिलवाड़ हो तो सवाल उठना लाजिमी है. मामला जमशेदपुर के सुंदरनगर थाना क्षेत्र का है. जहां हितकू पंचायत के राजस्व मौजा कदमा ग्राम के प्रधान एवं ग्राम सभा के अन्य प्रतिनिधियों द्वारा गुरुवार को जिले के उपायुक्त को एक मांग पत्र सौंपते हुए ग्रामीण मुकुरु माझी की जमीन पर जबरन स्थानीय लोगों द्वारा श्मशान के रूप में प्रयोग किए जाने का आरोप लगाते हुए पीड़ित को इंसाफ दिलाने की मांग की है. इस संबंध में ग्राम प्रधान रेही हेम्ब्रम ने बताया, कि थाना नम्बर 1303, निवासी मुकरु माझी को साल 1971 सर्वे सेटलमेंट में खाता नम्बर 131 के खेसरा नम्बर 71 (ए) में 1 एकड़ 40 डिसमिल और 422 (ए) में 2 एकड़ 27 डेसिमिल कृषि योग्य भूमि का परवाना दिया गया था, जिसका मुकरु माझी द्वारा सालाना वार्षिक लगान चुकाया जा रहा है. इधर विगत कुछ दिनों से स्थानीय अशोक दास, अमर कुमार दास, घासीराम दास और तपन दास द्वारा खेसरा नम्बर 422 (ए) में जबरन श्मशान के रूप में प्रयोग किया जा रहा है. उन्होंने बताया, कि मुकरु माझी काफी बुजुर्ग हो चुके हैं, ऐसे में ग्राम सभा द्वारा बैठक कर उन्हें इंसाफ दिलाने का निर्णय लिया गया. इसी क्रम में आज जिले के उपायुक्त से मुलाकात कर उन्हें मांग पत्र सौंपा जा रहा है. उन्होंने बताया, कि इससे पूर्व डीसी एलआर को भी मामले से अवगत कराया जा चुका है, बावजूद इसके अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है.