जमशेदपुर: पिछले एक महीने से जमशेदपुर और सरायकेला में बाघ के विचरण करने और उसकी मौजूदगी को लेकर चल रहे कयासों का दौर थम गया है. दलमा वन्य प्राणी आश्रयणी में बाघ होने की पुष्टि वन विभाग ने कर दी है. इसको लेकर वन विभाग की टीम को अलर्ट जारी कर दिया गया है.
जमशेदपुर डीएफओ सबा आलम अंसारी ने दलमा में बाघ होने की पुष्टि कर दी है. उन्होंने इसकी भी पुष्टि की है कि बाघ घाटशिला, बुरुडीह डैम होते हुए बंगाल चला गया था और फिर वापस दलमा के जंगलो में वापस लौट आया है. उन्होंने कहा कि बाघ ने अभी तक किसी इंसान को अपना निशाना नहीं बनाया है वह भीड़- भाड़ वाले इलाके में नहीं घूम रहा है. दलमा के जंगलो लगे कैमरे उसका मुंवमेंट कैद हुआ है. बाघ के कारण ही दलमा क्षेत्र मे सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं. लगभग एक माह से बाघ दलमा और आस- पास के क्षेत्र मे घूम रहा है.
उन्होंने कहा कि कल रात दलमा क्षेत्र में लगे एक कैमरे में उसकी तस्वीर आई है. उन्होंने ग्रामीणों से अपील की है कि आप घबराये नहीं रात में अकेले जंगल में ना जाएं. उन्होंने कहा कि चांडिल और घटशिला में बाघ ने दो मवेशियों को अब तक अपना शिकार बनाया है, मगर उस शिकार को उसने खाया नहीं. उन्होंने यह भी कहा कि बाघ अगर लोगों को नुकसान पहुंचाएगा तब उसे पकड़ लिया जाएगा. साथ ही डीएफओ ने अफवाहों से बचने की सलाह ग्रामीणों को दी है. उन्होंने बताया कि बाघ के मूवमेंट पर नजर रखने के लिए अब तक 40 कैमरे लगाए जा चुके हैं.
सुनें क्या कहा डीएफओ ने
सबा आलम अंसारी (डीएफओ- जमशेदपुर)