राज्य के मंत्री बन्ना गुप्ता इन दिनों टाटा समूह के खिलाफ भड़के नजर आ रहे हैं.
आपको बता दें कि राज्य स्थापना दिवस और भगवान बिरसा मुंडा की जयंती पर टाटा समूह द्वारा न तो कोई शुभकामनाएं प्रेषित की गई न ही शहर में कोई कार्यक्रम आयोजित किया गया न ही शहर अथवा राज्य में कहीं सजावट की गई.
मंत्री ने टाटा समूह के इस भावना से आहत होकर मंगलवार को जमशेदपुर के बिष्टुपुर पहुंच पोस्टल पार्क स्थित टाटा साहब की प्रतिमा को गंगा जल से शुद्ध कर मुंह पर काली पट्टी बांध सांकेतिक धरने पर बैठ गए हैं. राज्य स्थापना दिवस और भगवान बिरसा मुंडा की जयंती के दिन मंत्री ने टाटा समूह पर भगवान बिरसा मुंडा का अपमान करने का आरोप लगाते हुए कई सवाल दागे और पूछा जिस राज्य में टाटा समूह स्थापित है, उस राज्य के स्थापना दिवस और उस राज्य के निर्माण में अहम भूमिका निभाने वाले धरती आबा भगवान बिरसा के नाम पर टाटा समूह द्वारा किसी तरह का कोई कार्यक्रम आयोजित ना करना, न केवल भगवान बिरसा, बल्कि राज्य की सवा तीन करोड़ जनता के साथ जमशेदजी नुसीरवानजी टाटा के सपनों का भी अपमान किया गया है. उन्होंने एक प्रेस विज्ञप्ति जारी कर टाटा समूह एवं उनके अधिकारियों से पूछा, कि राज्य स्थापना दिवस और भगवान बिरसा मुंडा की जयंती के मौके पर ना कहीं कोई बधाई, ना शुभकामना ना ऑफिशियल ट्विटर हैंडल से किसी तरह की प्रतिक्रिया आना, निश्चित तौर पर विचलित करने वाली है, जबकि केंद्र सरकार ने धरती आबा भगवान बिरसा की जयंती को जनजातीय दिवस के रूप में मनाने का ऐलान किया. मगर टाटा समूह इतने महत्वपूर्ण मौके को भूल गई, जबकि समूह अपने संस्थापक दिवस के मौके पर पूरे शहर को दुल्हन की तरह सजाती है, अखबारों और न्यूज चैनलों में बड़े-बड़े विज्ञापन के जरिए प्रचार-प्रसार करती है. उन्होंने हाथों में स्लोगन लिखा पोस्टर के साथ टाटा समूह का विरोध प्रदर्शन किया. इस दौरान भारी संख्या में उनके साथ समर्थक गन भी मौजूद रहे.