जमशेदपुर (Charanjeet Singh)
शुक्रवार की सुबह सोनारी थाना क्षेत्र स्थित सी रोड वेस्ट ले आउट में अजय शाह उर्फ टिंकू की हत्या के तार बागबेड़ा में सक्रिय मटका किंग रंजीत झा उर्फ रंजीत साव से जुड़ रहा है. बताया जाता है कि मृतक अजय का ट्रेवलिंग और सूद ब्याज का कारोबार था. मृतक का छोटा भाई रिंकू साव घाघीडीह जेल के पास रहता है.
भाई की मौत की खबर सुनकर वह सोनारी पहुंचा, लेकिन तब तक भाई की जान जा चुकी थी. घटनास्थल पर रिंकू ने रोते बिलखते हुए आरोप लगाया कि बागबेड़ा गुदड़ी बाजार के रंजीत झा ने सेटिंग कर भाई अजय शाह की हत्या करवा दी है. भाई के बयान के बाद पुलिस के भी कान खड़े हो गए है. पुलिस ने भाई के बयान के आधार पर अनुसंधान शुरू कर दिया है. हालांकि रिंकू ने हत्या के कारणों को स्पष्ट नहीं किया है. बताया जाता है की मृतक अजय का भाई रिंकू एक समय रंजीत का करीबी हाथ हुआ करता था, लेकिन पिछले कुछ वर्षों से रिंकू रंजीत झा से बिलकुल अलग हो गया था.
बाईट
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रिंकू (अजय का भाई)
मालूम हो कि रंजीत झा की पहचान अभी भी पुलिस रिकॉर्ड में मटका किंग के रूप में ही बनी हुई है, लेकिन वह अपने गैंग के सदस्यों को उसकी बागडोर सौंप कर खुद को धंधे से अलग बताता है. रंजीत का बागबेड़ा क्षेत्र में अच्छा वर्चस्व बना हुआ है. कई हत्या और मारपीट के केस रंजीत और उसके लोगों पर लगे हुए हैं. रंजीत का भाई भी शराब समेत अन्य कारोबार से जुड़े हुए हैं.
पिछले साल जुलाई में गांजा कारोबारी बबलू चौबे पर गोलियां चलाई गई थी, तब रंजीत के भाई व गुर्गो को पुलिस ने जेल भेजा था. उसके बाद से रंजीत का कारोबार पुलिस ने बंद करा रखा है, लेकिन अपनी सामाजिक छवि बनाने के लिए रंजीत का बाजार में दबदबा बना हुआ है. अगर, इस हत्या में पुलिस की जांच रंजीत पर केंद्रित होती है तो मंत्री समेत अन्य नेताओं के साथ की गई फोटो शूट, सफेदपोश की छवि पर दाग साबित हो सकती है.
खैर पुलिस मामले की जांच में जोर से लगी हुई है. भाई का आरोप है की रूपये के लेन देन को लेकर भाई की रंजीत से दुश्मनी चल रही थी. भाई भी रंजीत से बिलकुल अलग हो चुका था.
ट्रैफिक कॉलोनी के काली बेदी में सजती है महफिल
बताया जाता है की गुदरी बाजार के पास ट्रैफिक कॉलोनी में काली बेदी रंजीत झा का गढ़ है. यहां रोज शाम के अंधेरे में अपराधी व सफ़ेदफोश किस्म के लोगों का जमावड़ा लगता है. पुलिस सब जानते हुए भी यहां कार्रवाई नहीं करती. कई लग्जरी कारों में लोगों का आना जाना होता है.
मृतक की क्रेटा से हथियारों का मिला जखीरा
इधर पुलिस ने मृतक की क्रेटा कार से एक लोडेड पिस्टल, एक देसी कट्टा, एक नकली पिस्तौल, कारतूस के साथ हॉकी स्टिक बरामद किए हैं. अहम सवाल यह है कि हथियार रहने के बाद भी अजय की हत्या हो गई, अजय को अपराधियों ने बचाव का भी मौका नहीं दिया, या अजय सभी को पहचानता था ! फिलहाल पुलिसिया तफ्तीश जारी है.
अपराधकर्मी मनीष पर भी शक की सुई
जुगसलाई के भाजपा नेता की हत्या मामले में संदिग्ध मनीष सिंह पर भी शक की सुई घूम सकती है. मनीष पांच दिन पूर्व ही जेल से छूटा है. मनीष सिंह अजय के पार्टनर राजू पर कातिलाना हमले में शामिल रहा है. पुलिस सभी बिंदुओं पर जांच कर रही है.
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