जमशेदपुर: भारतीय वेल्डिंग संस्थान (IIW-India) जमशेदपुर शाखा ने 12 से 14 दिसंबर तक SNTI, जमशेदपुर में प्रतिष्ठित राष्ट्रीय वेल्डिंग सेमिनार (NWS- 2024) का आयोजन किया. इस सेमिनार का विषय था “वेल्डिंग, क्लैडिंग और एडिटिव मैन्युफैक्चरिंग में प्रगति”. सेमिनार में देश के कोने- कोने से प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया, और कुछ प्रस्तुतकर्ता बेल्जियम, यूरोप और यूएई से भी आए. इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि टाटा स्टील लिमिटेड के वाइस प्रेसिडेंट (वन शेयर्ड सर्विसेज) श्री प्रबल घोष थे.
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पहले दिन NWS- 2024 के ब्रोशर का विमोचन, IIW- India पुरस्कारों का वितरण और प्लेनरी वार्ता आयोजित की गईं. इस अवसर पर L&T की डॉ. रेणु गुप्ता ने प्रतिष्ठित एलपी मिश्रा स्मारक व्याख्यान दिया, जबकि भाभा परमाणु अनुसंधान केंद्र (बीएआरसी, मुंबई) के डॉ. आरजी रंगासामी ने प्रोफेसर प्लेसिड रोड्रिग्स स्मारक व्याख्यान प्रस्तुत किया. IIT बॉम्बे के प्रोफेसर अमितावा डे, सीएसआईआर- एनएमएल के निदेशक डॉ. संदीप घोष चौधरी और वॉएस्टाल्पाइन के श्री क्रिस्टोफर ग्रेगॉयर ने एडिटिव मैन्युफैक्चरिंग और वेल्ड क्लैडिंग एवं पुनर्निर्माण में नवीनतम प्रगतियों पर महत्वपूर्ण व्याख्यान दिए.
कुल मिलाकर, 108 तकनीकी शोध पत्र 4 समानांतर सत्रों में प्रस्तुत किए गए. 300 से अधिक प्रतिनिधियों ने इस कार्यक्रम में भाग लिया और वेल्डिंग एवं संबंधित प्रौद्योगिकियों के क्षेत्र के विशेषज्ञों से ज्ञान प्राप्त किया. इस सेमिनार में 13 प्रमुख व्याख्यान दिए गए, जिनमें ISRO के डॉ. अनिल वेसांगी, IIT खड़गपुर के प्रोफेसर जीजी रॉय, IGCAR (कलपक्कम) के डॉ. टीवी. प्रभु और IIT मद्रास के प्रोफेसर मुरुगैयन शामिल थे. टाटा स्टील, L&T, ईएसएबी, वॉएस्टाल्पाइन, होगानास और एडिटिव मैन्युफैक्चरिंग के क्षेत्र में काम करने वाले विभिन्न स्टार्टअप्स के उद्योग और अनुसंधान विशेषज्ञों ने भी तकनीकी व्याख्यान दिए. सेमिनार में 20 से अधिक प्रदर्शनियों के माध्यम से वेल्डिंग मशीनों और उत्पादों में नवीनतम विकास को भी प्रदर्शित किया गया.
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