जमशेदपुर: गुरु नानक देव जी की जयंती पर शहर में निकलने वाले नगर कीर्तन को लेकर सीजीपीसी द्वारा बुलाई गई बैठक में सिख समुदाय की गुटबाजी हावी रही और खूब हंगामा बरपा. बैठक में कुर्सियां भी चली और बीच-बचाव करने पहुंचे पुलिसकर्मी घायल भी हुए. लगभग 1 घंटे तक चले हंगामे के बाद किसी तरह मामला शांत कराया गया.
इस संबंध में जानकारी देते हुए सेंट्रल गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी कोल्हान के प्रमुख गुरमुख सिंह मुखे ने बताया कि साजिश के तहत बाहरी लोगों से बैठक में हंगामा कराया गया है. उन्होंने बताया कि तख्त श्री हरमिंदर सिंह पटना साहेब के पांच सिंह साहिबानो के जत्थेदार रंजीत सिंह गौहर द्वारा गठित 5 सदस्यीय कमेटी को भंग कर दिया गया है. जिसके बाद प्रकाश पर्व का आयोजन का जिम्मा सेंट्रल गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी को मिल गया है. उसी निमित्त यह बैठक बुलाई गई थी. जिसमें यह निर्णय लेना था, कि नगर कीर्तन कहां से कहां तक निकलेगा. इसमें लॉटरी की व्यवस्था की गई थी. बैठक में मुख्य रूप से गुरुद्वारों के प्रधान और महासचिव को निमंत्रण दिया गया था, मगर 5 सदस्यीय समिति के एक सदस्य द्वारा साजिश के तहत बैठक में हंगामा कराया गया. उन्होंने बताया की अब 20 तारीख को पटना में होने वाले बैठक के बाद 23 तारीख को पुनः बैठक बुलाई गई है, जिसमें प्रकाश पर्व मनाने को लेकर निर्णय लिया जाएगा. उन्होंने बैठक में हुए हंगामे पर नाराजगी जताई.
उधर विरोधी गुट के नेता भगवान सिंह ने बताया कि सीजीपीसी का कार्यकाल 2 साल पूर्व ही समाप्त हो चुका है. गुरमुख सिंह मुखे जबरन उस पद पर बने रहना चाहते हैं. उन्होंने बताया कि जनरल बॉडी मीटिंग बुलाकर पुरानी कमेटी को भंग कर पांच गुरुद्वारों के प्रधानों के निर्देशन में नगर कीर्तन निकालनी चाहिए थी, मगर मुखे ऐसा होना नहीं देना चाहते. वे जबरन प्रधान के पद पर बने रहना चाहते हैं. कुल मिलाकर नगर कीर्तन को लेकर सिख समुदाय आपस में उलझ पड़े हैं. अब देखना यह दिलचस्प होगा कि आगामी 23 तारीख को क्या होता है.