जमशेदपुर के गोविंदपुर थाना क्षेत्र में पिछले दिनों आए यास तूफान के कारण शेल्टर होम ले जाने के क्रम में एक नाबालिग युवती के साथ छेड़खानी और दुष्कर्म का प्रयास किए जाने के आरोप में पश्चिम घोड़ाबांधा पंचायत के पंचायत सेवक सागर पाल उर्फ सुभाष पाल को जमशेदपुर पुलिस ने गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेजा है. इधर सागर पाल की पत्नी सोमवार को जिला पुलिस मुख्यालय पहुंचे एसएसपी से अपने पति को साजिश के तहत फंसाए जाने का आरोप लगाते हुए इंसाफ की गुहार लगाई है. सागर पाल की पत्नी ने बताया, कि उनके पति एक जनसेवक थे, और समाज के लोगों की सेवा करने से कभी पीछे नहीं हटते थे. उन्हीं के पंचायत के अन्य सदस्य एवं मदर टेरेसा वेलफेयर ट्रस्ट के संचालक हरपाल सिंह थापर एवं मुखिया विजय हांसदा द्वारा साजिश के तहत उनके पति को फंसाया गया है. घटना के दिन जिस समय का जिक्र एफआईआर में किया गया है उस वक्त वह भी अपने पति के साथ मौजूद थी. उन्होंने ऐसी किसी घटना से इनकार करते हुए अपने पति को बेगुनाह बताया और पूरे मामले की निष्पक्ष जांच कर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई किए जाने की मांग की है. वहीं पश्चिम घोड़ाबांधा पंचायत के लोगों ने भी मदर टेरेसा वेलफेयर ट्रस्ट के संचालक पुष्पा तिर्की और उनके पति हरपाल सिंह थापर की गतिविधियों को संदिग्ध बताया. गौरतलब है, कि मदर टेरेसा होम से पिछले दिनों दो नाबालिक लड़कियां फरार हो गई है. जिसके बाद से सुभाष पाल की गिरफ्तारी को साजिश माना जा रहा है. वैसे गिरफ्तारी के दिन भी सुभाष पाल के भाई ने मदर टेरेसा होम की गतिविधियों को संदिग्ध बताया था, और अपने भाई के गिरफ्तारी के पीछे ट्रस्ट के ही लोगों को जिम्मेदार ठहराया था. उन्होंने भी मदर टेरेसा होम में संदिग्ध गतिविधियों के संचालित होने की बात कही थी.
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