जमशेदपुर: शारदामणि गर्ल्स हाई स्कूल के कक्षा नौवीं की छात्रा द्वारा आत्महत्या के प्रयास को लेकर गिरफ्त में ली गयी शिक्षा चंद्रा दास की मुश्किलें बढ़ सकती हैं. वहीं प्रिंसिपल के झूठ पर से भी पर्दा उठ गया है.
मामले की जांच को लेकर जिला प्रशासन व शिक्षा विभाग की ओर से गठित अलग- अलग टीमों ने स्कूल में रात नौ बजे तक सारी जानकारी प्राप्त की तथा आवश्यक सीसीटीवी फुटेज को भी खंगाला. उपायुक्त की ओर से गठित टीम में एसडीओ संदीप कुमार मीणा एवं जिला शिक्षा पदाधिकारी निर्मला बरेलिया शामिल है. उपायुक्त विजया जाधव ने इनसे 24 घंटे के अंदर रिपोर्ट तलब किया है. रिपोर्ट के आधार पर अग्रेतर कार्रवाई स्कूल या शिक्षिका पर की जाएगी.
इधर जिला शिक्षा पदाधिकारी के निर्देश पर चार सदस्यीय टीम का गठन जिला शिक्षा विभाग की ओर से किया गया है. इस टीम का नेतृत्व जिला शिक्षा अधीक्षक निशु कुमारी कर रही है. मिली जानकारी के अनुसार दोनों टीमों ने शनिवार की देर अपनी रिपोर्ट उपायुक्त को सौंप दिया है. बताया जा रहा है कि शिक्षिका चंद्रा द्वारा छात्रा के साथ गलत हरकत की तस्वीर सीसीटीवी कैमरे में कैद हो चुकी है. साथ ही कई छात्राओं ने शिक्षिका के विरूद्ध बयान भी दिया है. वैसे सबकी निगाहें अब उपायुक्त के निर्णय पर टिकी है. बता दें कि टीएमएच में जिला प्रशासन की ओर से निुयक्त मजिस्ट्रेट ज्योति कुमारी के सामने पीड़ित छात्रा ने बयान दिया है. छात्रा ने अपने चाचा परसुनाथ मुखी, मां सरस्वती मुखी, बड़ी मां सरस्वती मुखी के सामने दिए गए फर्द बयान में बताया है शिक्षिका चंद्रा ने क्लासरूम में ही सबके सामने सलवार शूट को उतरवाया. इससे पहले नकल करने को लेकर उसके साथ मारपीट भी गई. क्लासरूम में सलवार शूट उतारे जाने की घटना से मैं शर्मसार हो गई. इस कारण घर में पहुंचने के बाद तेल छिड़ककर आग लगा दी. छात्रा के इस बयान को आधार बनाकर सीतारामडेरा थाना में प्राथमिकी दर्ज करते हुए शनिवार को ही शिक्षिका को गिरफ्तार कर न्याययिक अभिरक्षा में भेजा जा चुका है. वहीं स्कूल की प्राचार्य द्वारा शिक्षिका के बचाव में दिए गए बयान के आधार पर उनके खिलाफ भी कार्रवाई संभव है.