जमशेदपुर/ सरायकेला (Afroz Mallik) लोक आस्था के महापर्व छठ के तीसरे दिन श्रद्धालुओं का उत्साह चरम पर रहा. प्रशानिक तत्परता और छठ पूजा समितियों के मेहनत के कारण लौहनगरी जमशेदपुर और सरायकेला के छठ व्रतियों ने सुगमता पूर्वक अस्ताचलगामी सूर्य को अर्ध देकर परिवार के सुख समृद्धि की कामना की.
कोल्हान के दोनों जिलों में भक्ति का अद्भुत सैलाब उमड़ पड़ा. दो साल के वैश्विक त्रासदी के बाद लोक आस्था के महापर्व में हर कोई अपनी भागीदारी सुनिश्चित करने को आतुर नजर आया. दोनों जिलों के सभी गली- मुहल्लों, चौक- चौराहों बाजारों और छठ घाटों पर छठी मैया के पारंपरिक गीतों ने सभी का मन मोह लिया. घर- घर से छठी मैया के कर्णप्रिय गीत लोगों को अनायास ही आस्था के सरोवर में डुबकी लगाने को विवश कर दिया.
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जमशेदपुर के मानगो छठ घाट पर भारतीय प्रशासनिक एवं जन शिकायत परिषद की टीम ने सहायता शिविर लगा पूजा का सामग्री वितरण किया, मानगो छठ घाट, परसुडीह मखदुमपुर स्थित राम मंदिर छठ घाट, गोलपहाड़ी उत्तरी सुशनी गढ़िया पंचायत भवन के समीप छठ घाट, टेल्को के नीलडीह छठ घाट, सरायकेला- खरसावां जिले के कपाली ओपी अंतर्गत डोबो छठ घाट, आदित्यपुर के सभी छठ घाटों समेत कई घाटों में लोक आस्था के महापर्व छठ के दौरान लाखों की संख्या में श्रद्धालुओं की भीड़ देखी गई. पूरा शहर छठी मईया के आस्था मे लीन दिखा.
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वैसे दोनों जिलों के तमाम छठ घाटों मे पूर्व से ही जिला प्रशाशन ने चाक- चौबंद व्यवस्था कर रखी थी. घाटों की सफाई एवं सुरक्षा के पुख्ता इंतज़ाम पूर्व से ही सुनिश्चित किये गए थे. इस दौरान खुद जिला प्रशाशन के आला अधिकारी घाटों पर मौजूद रहे. वहीं शहर भर मे जिला प्रशासन के अलावे रैफ के जवानों को भी तैनात किया गया था, ताकि किसी प्रकार का विघ्न न हो. रविवार को सभी व्रत धारियों ने भगवान भास्कर के अस्ताचलगामी रूप को अर्घ दिया, और अपना और अपने परिवार के सुख शांति की कामना की, पूरा शहर इस दौरान छठी मईया के गीत एवं सूर्य उपासना मे लीन दिखा. कल उदीयमान भगवान भास्कर को अर्ध्य देकर लोकआस्था के महापर्व का समापन होगा.
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