खरसावां Ramzan Ansari
जमशेदपुर के क्षेत्रिय मुख्य वन संरक्षक (आरसीसीएफ) राजीव रंजन ने गुरूवार को खरसावां वन क्षेत्र का दौरा कर कैंपा चेकडेम और वनरोपण योजना का निरीक्षण किया. आरसीसीएफ ने खरसावां वन क्षेत्र के काशीडीह और तेलीगोड़ा में 6.50 लाख की लागत ने निर्मित कैंपा चेकडेम एवं धातकडीह में 50 हेक्टेयर वनभूमि पर 10 हजार पौधारोपण कार्य का निरीक्षण कर कई दिशा- निर्देश दिए.
मौके पर श्री रंजन ने कहा कि कैंपा योजना के तहत बने चेक डैम का सकारात्मक परिणाम सामने आ रहे है. चेक डैम न सिर्फ वर्षा जल संरक्षण के लिए उपयोगी साबित हो रहे हैं, बल्कि वन्य जीव और वन क्षेत्र में रहने वाले लोगों के काम भी आ रहे हैं. झारखंड के पठारी हिस्से में बारिश का पानी बामुश्किल 20 से 22 प्रतिशत संचित हो पाता है. बाकि पानी बह जाता है. जबकि वर्षा जल का अधिक से अधिक संचय जरूरी है.
उन्होने कहा कि चेक डैम बनाने से वन क्षेत्र की सूख रही नालियों में पानी रहने लगा है. चेक डैम बनाने से मिट्टी में नमी बेहतर रहने लगी है. इससे आसपास के वन क्षेत्र की वनस्पतियां बेहतर होती हैं. वन्यजीवों के लिए साल भर जल स्त्रोत उपलब्ध होता है. आदिवासी लोगों को भी सिंचाई से लेकर अन्य काम के लिए पानी उपलब्ध होने लगता है. इसका एक फायदा भूजल स्तर में सुधार के रूप में भी आंका जा रहा है. श्री रंजन ने कहा कि जंगल हमारी प्राकृतिक संपदा और वृक्ष हमारे अनमोल धरोहर है. इन जंगलों का संरक्षण व सुरक्षा करना हमारा कर्तव्य है.
इस दौरान वनकर्मियों को प्लांटेशन से जुडी कई महत्वपूर्ण जानकारी दी. इस दौरान डीएफओ आदित्य नारायण, फोरेस्टर लोदरो हेस्सा, वनकर्मी अमित पटनायक, विशाल महतो, सोमाय सोरेन, सरोज माहली, गोविद गोप, महादेव मुर्मू, सहित सेवानिवृत रेजर सुरेश प्रसाद आदि शामिल थे.
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