जमशेदपुर: बिष्टुपुर स्थित सत्यनारायण मारवाड़ी मंदिर परिसर में रंग रंगीलो फाल्गुन महोत्सव का आयोजन किया गया. इसे कोलकाता से आये 51 मस्तानों की टोली ने खास बना दिया. बता दें कि कोलकाता के मस्तान अपने खास अंदाज के लिए जाने जाते हैं. देश के विभिन्न शहरों में घूम- घूमकर ये कार्यक्रमों की प्रस्तुति देते है. इसमें कुल 55 सदस्य है और सभी मारवाड़ी है. इनका उद्देश्य खुद मस्ती में रहना, मस्ती करना, अपनी सभ्यता एवं संस्कृति को प्रोत्साहित करना और लोगो को मस्ती में झुमाना है. पूरे भारत वर्ष में विगत कई सालो में कई बड़े कार्यकमो का आयोजन ये कर चुके है. लेकिन, झारखण्ड के जमशेदपुर में इनका यह पहला कार्यकम था.
मारवाड़ी समाज के संतोष संघी, सुभाष मूनका, सुरेश आगीवाल एवं अरुण बाकरेवाल ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर कार्यकम का आगाज किया. उसके बाद आये सभी मस्तानो को दुपट्टा पहनकर स्वागत किया गया. उसके उपरांत मस्तानो द्वार लिखित “मस्ताना होली के रंग मस्तानो के संग आया” किताब जिसका विमोचन कल कोलकाता में हुआ था उसे समाज बंधुओ के बीच वितरित किया गया. जिसमे भजन एवं उनके द्वार प्रस्तुत सारी प्रस्तुतियों का समागम है.
उसके बाद करीब चार घंटे तक मस्तानों की टोली ने मौजूद 1500 से भी अधिक समाज के लोगों के बीच एक से बढ़कर एक डांस, गाने एवं कॉमेडी का अद्भुत समा बांधा जो पूरे शहर में चर्चा का विषय रहा. कार्यक्रम में जय राजस्थान के जयकारे लगते रहे.
बिष्टुपुर के मस्तानो की टीम ने इस सफल कार्यकम में सहयोग हेतु अपने सभी सौजन्य कर्ताओं का ह्रदय से आभार प्रकट किया. साथ ही हर आल फाल्गुन के मौके पर इस तरह के कार्यक्रम आयोजित करने का प्रण लिया.
कार्यकम को सफल बनने में समाज के सुरेश आगीवाल, संतोष संघी, मुकेश आगीवाल, पंजक अग्रवाल, प्रभास मूनका, अमित केजरीवाल, प्रदीप गुप्ता, अमित मूनका, समेत कई सदस्यों की अहम भूमिका रही