जमशेदपुर/ Afroz Mallik परसुडीह क्षेत्र की स्थिति दिन प्रतिदिन बद से बदतर होती जा रही है. स्थिति इतनी भयावह है कि लोगों का जीना दुश्वार हो गया है. नाले का पानी डेढ़ सौ घरों में घुस चुका है. लगातार इस खबर को प्रमुखता तो दिखाए जाने के बाद खबर का असर हुआ और जिला प्रशासन की नींद खुली. जहां शनिवार उपायुक्त ने खुद जलजमाव वाले क्षेत्र में पहुंचकर स्थिति का जायजा लिया और जल्द से जल्द समस्या के समाधान का आश्वासन दिया.
बता दें कि मानसून की बारिश शुरू होते ही पिछले 10 दिनों से ड्रेनेज सिस्टम विफल होने की वजह से लगभग डेढ़ सौ घरों में नाले का पानी घुस चुका है. क्षेत्र का निचला भाग कचरा से भरकर जाम हो चुका है, स्थिति इतनी विकराल हो गई है कि लोगों को अपना घर छोड़कर दूसरे स्थान पर आश्रय लेना पड़ रहा है. क्षेत्र में पालतू मवेशियों की मौत हो रही है. एक तरफ जहां लोगों के घर का सामान बर्बाद हो रहा है, वहीं दूसरी तरफ गंभीर बीमारी का खतरा भी सता रहा है.
निचले स्थान में रेलवे का भूखंड है जहां ड्रेनेज सिस्टम है. पूरे परसुडीह के नाले का पानी उसी स्थान से होकर गुजरता है. क्षेत्र के जनप्रतिनिधियों ने रेलवे से बात कर साफ- सफाई की पहल भी की पर निष्कर्ष शून्य निकला. इतने दिनों से लगातार जनप्रतिनिधि क्षेत्र का दौरा कर स्थिति का जायजा ले रहे हैं, पर स्थिति सामान्य होती नहीं दिख रही है. आश्चर्य की बात है कि 10 दिनों से क्षेत्रवासी नारकीय जीवन जीने को मजबूर है. रेलवे और जनप्रतिनिधियों द्वारा प्रयास किया जा रह है पर जिला प्रशासन को इससे कोई मतलब नहीं. बरसात से पूर्व अगर साफ- सफाई की व्यवस्था की जाती तो यह स्थिति नहीं होती.
इधर स्थिति विकराल होते ही जिला प्रशासन की नींद खुली और उपायुक्त जलजमाव वाले क्षेत्र में पहुंची. जहां उन्होंने घूम- घूम कर पूरे स्थिति का जायजा लिया और जल्द से जल्द रेलवे व टाटा स्टील से सहयोग लेकर स्थिति को सामान्य करने एवं ड्रेनेज सिस्टम को सुचारू करने का आश्वासन दिया. उपायुक्त के क्षेत्र में पहुंचते ही आक्रोशित लोगों ने उपायुक्त के समक्ष अपनी समस्याओं को रखा. उनके समक्ष अपनी पीड़ा बताई. उपायुक्त के साथ पहुंचे धालभूम अनुमंडल पदाधिकारी पीयूष सिन्हा ने बताया कि जल्द से जल्द समस्याओं को दूर करने का प्रयास किया जा रहा है. उन्होंने आम लोगों से अपील की कि कचरे को नाले में न फेके.