जमशेदपुर: झारखंड आंदोलन के अग्रणी नायकों में शुमार अमर शहीद निर्मल महतो की आज 72 वी जयंती है. इस मौके पर कदमा के उलियान स्थित शहीद निर्मल महतो की समाधि स्थल पर राज्य के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने मत्था टेका और उनके प्रतिमा पर माल्यार्पण कर अपने श्रद्धा सुमन अर्पित किए.
मौके पर परिवहन मंत्री चंपई सोरेन, स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता, इचागढ़ विधायक सविता महतो, घाटशिला विधायक रामदास सोरेन, बहरागोड़ा विधायक समीर महंती, जुगसलाई विधायक मंगल कालिंदी, पोटका विधायक संजीव सरदार सहित पार्टी के तमाम वरीय पदाधिकारी मौजूद रहे.
इससे पूर्व मुख्यमंत्री को सोनारी एयरपोर्ट पर गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया. जहां से मुख्यमंत्री सीधे कदमा उलियान स्थित शहीद निर्मल महतो के समाधि स्थल पर पहुंचे और उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की. उसके बाद मुख्यमंत्री ने एक सभा को संबोधित किया. इससे पूर्व स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता, परिवहन मंत्री चंपई सोरेन, ईचागढ़ विधायक सविता महतो ने भी सभा को संबोधित किया और राज्य सरकार की उपलब्धियां गिनाई.
वहीं अपने संबोधन में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने आज के दिन को झारखंड वासियों के लिए बेहद ही अहम दिन बताया. उन्होंने कहा निर्मल दा जैसे अमर शहीदों की वजह से अलग झारखंड राज्य का सपना साकार हुआ है. मगर साजिश के तहत पिछले 20 सालों से झारखंड को लूटा जा रहा है. 5 फ़ीसदी आबादी यहां के 90 फ़ीसदी आबादी पर भारी पड़ रहे हैं, और यहां के जल- जंगल जमीन का दोहन कर रहे हैं. उन्होंने केंद्र सरकार पर जमकर निशाना साधा और कहा किसी कीमत पर वन अधिकार कानून को झारखंड में लागू होने नहीं दिया जाएगा. जिस तरह देश के सरकारी संस्थानों को बेचकर अमीरों को अमीर और गरीबों को गरीब बनाने का षड्यंत्र रचा जा रहा है झारखंड में ऐसा कतई होने नहीं दिया जाएगा. उन्होंने कहा राज्य के ही कुछ लोग केंद्र सरकार के इशारे पर नाच रहे हैं, जिस वजह से ओबीसी आरक्षण बिल, सरना धर्म कोड और 1932 खतियान आधारित नीति को अस्तित्व में लाने नहीं देना चाह रहे हैं. उन्होंने भरोसा दिलाया कि जब तक वे सत्ता पर काबिज हैं हर हाल में इन्हें अमलीजामा पहनाया जाएगा. उन्होंने कहा कि राज्य के युवाओं को चिंता करने की कोई जरूरत नहीं है. उनकी सरकार ऐसी नीतियां ला रही है जिससे यहां के युवाओं को रोजगार के दूसरे विकल्प मिल सकेंगे. उन्होंने कहा उनकी सरकार ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूती प्रदान करने के लिए काम कर रही है. केंद्र सरकार झारखंड को अशांत करना चाहती है मगर उनके हर साजिश को यहां की जनता के सहयोग से वे नाकाम करेंगे. उन्होंने केंद्र और विपक्ष पर एक के बाद एक तीखे हमले किए और कहा राज्य की जनता एक एक दर्द का हिसाब लेगी .