जमशेदपुर: नेताजी सुभाष विश्वविद्यालय में विश्व तंबाकू निषेध दिवस पर विश्वविद्यालय सभागार में कार्यक्रम आयोजित किया गया. इस कार्यक्रम का उद्देश्य तंबाकू से होने वाले नुकसान से लोगों को जागरूक करना था.
इस कार्यक्रम में विश्वविद्यालय के सभी संकाय के छात्र- छात्राएं एवं शिक्षक मौजूद रहे. कार्यक्रम के वक्ता ब्रह्मानंद नारायण मल्टीस्पेशलिटी अस्पताल के वरिष्ठ सलाहकार और चिकित्सक ऑन्कोलॉजी डॉ. अमित कुमार थे.
डॉ. अमित कुमार ने तंबाकू और धूम्रपान से शरीर पर होने वाले नुकसान पर प्रमुख रूप से बात की. उन्होंने इस बार के विश्व तंबाकू निषेध दिवस के विषय ” वी नीड फ़ूड, नो टोबैको” पर भी प्रकाश डाला. उन्होंने बताया कि एक सिग्रेट इंसान के ज़िंदगी के 14 मिनट को कम कर देता है. साथ ही उन्होंने कुछ ऐसे बिंदुओं पर बात की जिससे तंबाकू का उत्पाद कम हो सकता है.
कार्यक्रम में विश्वविद्यालय के प्रो वाइस चांसलर डॉ. आचार्य ऋषि रंजन, परीक्षा नियंत्रक ओम प्रकाश शर्मा, डीन अकादमिक डी शोम, डीन साइंस डॉ. आशीष कुमार प्रसाद, प्रो. डॉ. आरके नायक, डॉ प्रमोद कुमार, मानस रंजन नायक और डॉ. शकीबुर रहमान खान मौजूद थे.
विश्वविद्यालय के प्रो वाइस चांसलर डॉ. आचार्य ऋषि रंजन द्वारा कार्यक्रम की शुरुआत की गई. विश्वविद्यालय के डीन अकादमिक श्री डी शोम ने सिग्रेट के पैकेट्स पर बने चित्र पर बात की. उन्होंने कहा कि चित्र के बावजूद लोग सिग्रेट के नुकसान से अवगत नहीं हो रहे. परीक्षा नियंत्रक ओम प्रकाश शर्मा ने सिग्रेट को भावनाओ से जोड़ा और बताया कि क्यों लोगो को इसे छोड़ने में दिक्कत होती है. मानस रंजन नायक ने सिग्रेट को चॉकलेट्स और ड्राई फ्रूट्स से बदलने की बात की.
कार्यक्रम की एंकर सहेयक प्रोफेसर अंकिता मोदक थी. डॉ. आचार्य ऋषि रंजन द्वारा डॉ. अमित कुमार को मोमेंटो और शॉल देकर सम्मानित किया गया. कार्यक्रम का अंत करते हुए भौतिक विज्ञान के शिक्षा संकाय डॉ. इशिता घोष द्वारा धन्यवाद प्रस्ताव प्रस्तुत किया गया.