जमशेदपुर के एमजीएम अस्पताल में रविवार को प्रसूता की मौत को लेकर आज सुबह से ही परिजनों ने लापरवाह डॉक्टर, नर्स और स्वास्थ्यकर्मियों को बर्खास्त करने और मृतक के आश्रित को उचित मुआवजा देने की मांग करते रहे. सुबह जहां परिजनों ने साकची थाने में प्रदर्शन किया वहीं मामले की जांच करने अस्पताल पहुंचे एसडीओ के जाने के बाद पुनः परिजन आक्रोशित हो उठे और अस्पताल के बाहर प्रदर्शन करने लगे.
मामले की गंभीरता को देखते हुए क्यूआरटी की तैनाती की गई. परिजनों ने अस्पताल प्रशासन पर आरोपी डॉक्टरों और नर्सों को बचाने का आरोप लगाया. हालांकि एसडीओ ने अपनी रिपोर्ट उपायुक्त को देने की बात कही है. उधर जानकारी मिलते ही झामुमो नगर अध्यक्ष दल गोविंद लोहरा ने पीड़ित परिवार से संयम बरतते हुए एसडीओ के रिपोर्ट आने तक शांत रहने की अपील की. उन्होंने पूरे मामले में अस्पताल के डॉक्टरों, नर्सों और स्वास्थ्य कर्मियों की लापरवाही की बात कही. उन्होंने बताया, कि पीड़ित परिवार को हर हाल में उचित मुआवजा दिलाया जाएगा. जरूरत पड़ी तो जिले के उपायुक्त से भी मुलाकात की जाएगी. विदित रहे कि कल प्रसव पीड़ा के बाद बागबेड़ा की एक महिला को अस्पताल में भर्ती कराया गया था. जहां महिला का कोविड-19 रिपोर्ट पॉजिटिव निकला था. जिसके बाद अस्पताल के डॉक्टरों, नर्सों एवं स्वास्थ्य कर्मियों ने इलाज करने से इंकार कर दिया था. परिजन दवाइयां और खून लेकर भटकते रहे. बावजूद इसके महिला का इलाज नहीं किया गया. अंततः जच्चा- बच्चा दोनों की मौत हो गई थी. इधर इस पूरे मामले पर प्रशासनिक चुप्पी को लेकर परिजन खासे नाराज हैं.