राज्य के स्वास्थ्य मंत्री के गृह जिला जमशेदपुर स्थित कोल्हान के इकलौते सरकारी मेडिकल कॉलेज अस्पताल के दो सौ से भी अधिक संविदा आधारित आउटसोर्स स्वास्थ्य कर्मी दो महीने के वेतन भुगतान की मांग को लेकर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए हैं.
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इस दौरान आउटसोर्स स्वास्थ्यकर्मियों ने खुद को काम से अलग करते हुए अस्पताल परिसर में ही धरने पर बैठ गए हैं. जहां इन्होंने साफ कर दिया है कि जबतक वेतन नहीं तबतक काम पर नहीं लौटेंगी. कोरोना काल में किए गए कार्यों का भी मानदेय नहीं देने का इन्होंने प्रबंधन और एजेंसी पर आरोप लगाया. वैसे यह कोई पहला मौका नहीं है, जब एमजीएम अस्पताल के आउट सोर्सिंग कर्मचारियों ने अपने वेतन भुगतान, साप्ताहिक अवकाश एवं कोरोना काल के प्रोत्साहन राशि दिए जाने की मांग को लेकर आंदोलन का रुख अपनाया है. इससे पूर्व भी इनके द्वारा अपनी मांगों को लेकर आंदोलन किया गया था. जहां उपायुक्त के मध्यस्थता के बाद इन्होंने अपना आंदोलन वापस लिया था. वहीं एकबार फिर से अस्पताल के आउटसोर्स स्वास्थ्यकर्मियों आंदोलन का रुख अख्तियार कर लिया है. जिससे अस्पताल की स्वास्थ्य सेवा बुरी तरह प्रभावित होने का खतरा मंडराने लगा है. हालांकि आंदोलित स्वास्थ्यकर्मियों को समझाने में अस्पताल के उपाधीक्षक जुटे हैं, मगर स्वास्थ्यकर्मियों ने बकाया वेतन भुगतान किए जाने तक आंदोलन जारी रखने का एलान करते हुए धरने पर जमी हैं.
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