जमशेदपुर (Charanjeet Singh)
जमशेदपुर मारवाड़ी समाज की रीढ़ माने जाने वाले साकची काशीडीह निवासी भंवर लाल खंडेलवाल (90) का मंगलवार को निधन हो गया. उनके निधन की सूचना से जमशेदपुर के मारवाड़ी समाज में शोक की लहर दौड़ गई है. वे समाज की लगभग सभी संस्थाओं से जुड़े हुए थे. उनका मार्गदर्शन समाज को ऊंचाई तक पहुंचाने में कारगार सिद्ध होता था.
लौहनगरी व आसपास के क्षेत्रों में राजस्थान की सभ्यता संस्कृति को जीवित रखने में उन्होंने अहम योगदान दिया था. उनके निधन पर मंगलवार को समाज के प्रबुद्ध लोगों ने शोक संवेदना प्रकट की है.
शोक जताने वालों ने कहा कि मारवाड़ी समाज आज अपने आप को अनाथ महसूस कर रहा है. भंवर लाल खडेलवाल (90 वर्ष) का आज असामयिक निधन हो गया.
बिना किसी बीमारी के इस तरह उनका चले जाना पूरे समाज के लिए अपूरणीय क्षति है. श्री श्याम केंद्रीय समिति के अध्यक्ष महावीर अग्रवाल, सचिव पवन अग्रवाल ने भी उनके निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया है. पवन अग्रवाल ने कहा कि भंवर लाल स्वयं राजस्थान की जीती जागती संस्कृति थी. इस उम्र में भी जिस जीवटता के साथ समाज के कार्य में उनकी सक्रियता सबों के लिए ऊर्जा का काम करती थी. उनका इस तरह चले जाना सहसा विश्वास नहीं होता. लौहनगरी में राजस्थान की सभ्यता संस्कृति को जीवित रखने का कार्य उन्होंने किया था. आज समाज को बड़ी क्षति हुई है. बाबा श्याम उन्हें अपने श्री चरणों मे स्थान प्रदान करें तथा परिवार को दुख सहने की शक्ति दें.