जमशेदपुर के जुगसलाई नगर पालिका के सफाई कर्मी न्यूनतम मजदूरी और श्रम कानून के तहत मिलनेवाली सुविधाओं की मांग को लेकर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए हैं
. यहां के सफाई कर्मचारियों ने साफ कर दिया है कि झारखंड सरकार द्वारा घोषित न्यूनतम मजदूरी एवं श्रम कानूनों के तहत मिलने वाली सुविधाओं सुविधाएं जब तक उन्हें बहाल नहीं की जाती है उनका आंदोलन जारी रहेगा. आंदोलन का नेतृत्व कर रहे मजदूर नेता रमेश मुखी ने बताया, कि यहां काम कर रहे सफाई कर्मियों को महज 6 हजार रुपए पारिश्रमिक दिया जा रहा है. वहीं मजदूरों द्वारा हिसाब मांगने पर उन्हें काम से हटाने की धमकी दी जाती है. मजदूरों को पीएफ, ईएसआईसी जैसी सुविधाओं से भी वंचित रखा जा रहा है. विदित रहे कि पिछले दिनों जमशेदपुर अधिसूचित क्षेत्र समिति के सफाई कर्मी भी न्यूनतम मजदूरी एवं श्रम कानूनों के तहत दी जाने वाली सुविधाओं की मांग को लेकर हड़ताल पर चले गए थे. इधर जुगसलाई नगरपालिका के मजदूर भी उन्हीं मांगों को लेकर आंदोलित हो उठे हैं. जबकि एमजीएम मेडिकल कॉलेज के भी सफाई कर्मी इन्हीं मांगों को लेकर आंदोलित हैं. इसका मतलब साफ है, कि झारखंड के असंगठित क्षेत्र के मजदूरों के साथ शोषण किया जा रहा है, और उन्हें दी जाने वाली सुविधाएं कागजों तक ही सीमित होकर रह गई है. बहरहाल जुगसलाई नगरपालिका के सफाई कर्मियों के हड़ताल पर जाने से क्षेत्र में साफ- सफाई की व्यवस्था चरमरा सकती है. दुर्गा पूजा जैसे समय में अगर इन मजदूरों का आंदोलन जारी रहा तो स्थिति निश्चय ही भयावह हो सकती है.