जमशेदपुर Charanjeet Singh
गुरुद्वारा श्री सिंह सभा मानगो में सिख इतिहास के महान शहीद भाई तारू जी की शहादत को समर्पित गुरमत समागम और कथा का आयोजन किया गया. शनिवार को गुरुद्वारा परिसर में सिख प्रचारक वीर गुरप्रताप सिंह ने भाई तारू जी की महान शहादत को संगत से साझा किया.
शनिवार को सिखों के सावन की संग्रांद का भी अवसर था. इस मौके पर हजूरी रागी जत्था अमृतसर भाई गुरप्रीत सिंह ने संगत को मधुर शब्द कीर्तन से निहाल किया. रागी जत्थे ने “सावण आया हे सखी” शब्द गाकर संगत को सावन के आगाज की घोषणा की.
शहीद भाई तारू जी की शहादत के बारे में बताते हुये गुरप्रताप सिंह ने कहा कि सिख कौम का इतिहास ही लहू से लिखा हुआ है. तारू सिंह ने शहादत कबूल कर ली परंतु सिखी कायम रखी और इस पर आंच नहीं आने दी.
संगत को सम्बोधित करते हुए मानगो गुरुद्वारा के प्रधान भगवान सिंह ने कहा कि मानगो गुरुद्वारा में जल्द ही और धार्मिक कार्यक्रम आयोजित किये जायेंगे, ताकि आने वाली नई पीढ़ी शहीदों से प्रेरणा ले सके. कार्यक्रम को सफल बनाने में मुख्य रूप से महासचिव जसवंत सिंह जस्सू, मनदीप सिंह, सुखवंत सिंह, जगदीप सिंह, हीरा सिंह, तजिंदर सिंह, सुखेदव सिंह, गुरप्रीत सिंह, मनप्रीत सिंह, बलविंदर सिंह से सहयोग दिया. कीर्तन दरबार के उपरांत गुरु का अटूट लंगर बांटा गया.