जमशेदपुर : जमशेदपुर के साकची गांधी घाट परिसर में वरिष्ठ नागरिकों ने महात्मा गांधी की पुण्यतिथि मनाई. सबसे पहले मौके पर मौजूद लोगों ने गांधी जी की मूर्ति पर माल्यार्पण किया और दो मिनट का मौन रखकर उन्हें श्रद्धांजलि दी. उसके बाद डॉ रागिनी भूषण और अन्नी अमृता ने ‘दे दी हमें आजादी बिना खड्ग बिना ढाल,साबरमती के संत तूने कर दिया कमाल’ गीत गाए. मंच से जुड़े सत्यनारायण ने ‘ऐ मेरे प्यारे वतन’ गाकर सबको भावुक कर दिया. अन्य सदस्यों ने देशभक्ति की कविताएं सुनाई.
मंच के अध्यक्ष शिवपूजन सिंह ने इस मौके पर कहा कि 1947 में गांधी जी के नेतृत्व में जन आंदोलन हुआ जिसके फलस्वरूप बगैर हथियार उठाए आजादी मिल गई क्योंकि जनता जाग गई थी. वहीं अन्नी अमृता ने अपने संबोधन में कहा कि गांधी कभी मरा नहीं करते, वे हर उस शख्स के बीच मौजूद हैं जो अन्याय के खिलाफ बिना हथियार उठाए बिना हिंसा किए लड़ रहा है. ये जो मुद्दों को लेकर हम धरना देते हैं, ये जो हम पैदल मार्च करते हैं यही तो गांधीगिरी है. जब जब हम अन्याय के आगे घुटने टेकेंगे गांधी जी हमें हमारा हक याद दिलाएंगे.
अन्नी ने कहा कि आज की पीढ़ी ‘गांधीगिरी’ शब्द का इस्तेमाल करती है, पुरानी पीढ़ी ‘गांधी के सिद्धांत’ शब्द कहती है पर भाव तो एक ही है और वह है बगैर हिंसा अन्याय के खिलाफ आवाज उठाना. इस कार्यक्रम में वरिष्ठ नागरिक मंच के अध्यक्ष शिवपूजन सिंह, अभय सिंह, मुन्ना चौबे, साहित्यकार डॉ रागिनी भूषण, अन्नी अमृता समेत अन्य लोग मौजूद रहे.