DESK भाजपा ने जमशेदपुर लोकसभा से फिर एक बार वर्तमान सांसद विद्युतवरण महतो को टिकट देने की घोषणा की है. इसके बाद से ही जमशेदपुर लोकसभा क्षेत्र में राजनीतिक पारा चढ़ गया है. इस बीच भाषा- खतियान के आंदोलन से झारखंड की राजनीति में स्थापित हो चुकी झारखंडी भाषा खतियान संघर्ष समिति (जेबीकेएसएस) भी चुनावी मैदान में कूदने की पुरजोर तैयार कर रही हैं. बताया जा रहा है कि जमशेदपुर लोकसभा से जेबीकेएसएस की ओर से विश्वनाथ महतो को टिकट दिया जा सकता है. विश्वनाथ महतो जमशेदपुर लोकसभा के प्रबल दावेदार हैं और जेबीकेएसएस प्रमुख टाइगर जयराम महतो के करीबियों में आते हैं. जमशेदपुर लोकसभा के कुड़मी तथा आदिवासी मतदाताओं के बीच विश्वनाथ महतो की अच्छी पकड़ है. वहीं, जेबीकेएसएस के सक्रिय नेताओं में उनका नाम चर्चाओं में है. भाषा, स्थानीय नीति, नियोजन नीति के आंदोलन में विश्वनाथ महतो ने सक्रिय भूमिका निभाई है. इसके चलते कुड़मी और आदिवासी मतदाताओं के बीच लोकप्रिय हैं. इस लिहाज से देखें तो आगामी लोकसभा चुनाव में वर्तमान सांसद विद्युतवरण महतो को कड़ी टक्कर मिलेगी.
भले ही भाजपा आलाकमान ने कुड़मी मतदाताओं को साधने के लिए आनन- फानन में विद्युत वरण महतो को तीसरी बार टिकट दे दिया है लेकिन जमीनी हकीकत यह है कि इस समय कुड़मी मतदाताओं के बीच उनकी पकड़ ढीली पड़ चुकी हैं.
*छ: विधानसभा में चार पर जेबीकेएसएस संगठन मजबूत*
जमशेदपुर लोकसभा क्षेत्र के अंतर्गत कुल छह विधानसभा क्षेत्र है. इसमें जमशेदपुर पूर्वी, पश्चिमी, पोटका, जुगसलाई, घाटशिला व बहरागोड़ा शामिल हैं. इस छह विधानसभा में से जमशेदपुर पूर्वी और पश्चिमी सीट को छोड़कर अन्य चार विधानसभा क्षेत्र में जेबीकेएसएस का संगठन काफी मजबूत है. इन चार विधानसभा क्षेत्र में आदिवासी और कुड़मी मतदाताओं की बड़ी आबादी है. इस लिहाज से वर्तमान भाजपा सांसद विद्युतवरण महतो की राह आसान नहीं होगी. विद्युत वरण महतो पहली बार सांसद जीतने के बाद से ही शहर में रहने लगे हैं, इसके कारण भी ग्रामीण क्षेत्र के मतदाताओं में नाराजगी है. दूसरी बार सांसद जीतने के बाद ग्रामीण क्षेत्रों में उनका दौरा भी काफी कम हुआ है. यह और बात है कि अब चुनाव नजदीक आते ही फिर से वह ग्रामीण क्षेत्रों के दौरे पर निकल रहे हैं.
*जानें कौन हैं पुरुषोत्तम विश्वनाथ*
जुगसलाई विधानसभा क्षेत्र के बोड़ाम निवासी विश्वनाथ महतो उर्फ पुरुषोत्तम विश्वनाथ छात्र जीवन से ही राजनीति में है. छात्र नेता, कोचिंग शिक्षक, विस्थापन आंदोलन, किसान आंदोलन जैसे आंदोलनों में सक्रिय रह चुके हैं. अब जेबीकेएसएस में सक्रिय क्रांतिकारी की भूमिका में है. छात्र जीवन में छात्र वाहिनी में रहकर विद्यार्थियों के मुद्दों पर आंदोलन किया है. वहीं, समय- समय पर चांडिल डैम तथा डिमना बांध के विस्थापितों के अधिकारों के लिए भी आंदोलन में सक्रिय रहे. बीते साल राष्ट्रव्यापी किसान आंदोलन में भी सक्रिय भूमिका निभाई है. यहां तक कि विश्वनाथ महतो के नेतृत्व में पूर्वी सिंहभूम जिले के सैकड़ों लोगों का जत्था दिल्ली के किसान आंदोलन को समर्थन करने पहुंचा था. बाद में जब झारखंड में टाइगर जयराम महतो के नेतृत्व में भाषा आंदोलन छिड़ी तो उसमें शामिल हो गया और अबतक जेबीकेएसएस के सक्रिय कार्यकर्ता के रूप में काम कर रहे हैं.