जमशेदपुर: बिष्टुपुर गोल चक्कर का नामकरण किए जाने के बाद आदिवासी समुदाय के लोग और जिला प्रशासन आमने- सामने है. शनिवार देर शाम बिष्टुपुर गोलचक्कर पर दुबारा पत्थलगड़ी करने की नीयत से पहुंचे बिरसा सेवा दल के सदस्यों को पुलिस ने दौड़ा- दौड़ाकर पीटा और दिनकर कच्छप सहित अन्य को हिरासत में ले लिया. जिसके बाद माहौल गर्मा गया.
मालूम हो कि शुक्रवार को बिष्टुपुर गोल चक्कर पर जयपाल सिंह मुंडा के नाम से पत्थलगड़ी किया गया जिसे देर रात बिष्टुपुर पुलिस ने हटा दिया, जानकारी मिलने पर बिरसा सेवा दल के सदस्य समेत विभिन्न आदिवासी समुदाय के लोग बिष्टुपुर गोल चक्कर पहुंचे और टाटा स्टील के इशारे पर जिला प्रशासन द्वारा किए जा रहे कार्य पर सवाल खड़ा किया. इधर विरोध बढ़ता देख बिष्टुपुर पुलिस ने बिरसा सेना के सदस्यों पर लाठी चार्ज कर उन्हें तितर- बितर किया. इस मामले में पुलिस ने बिरसा सेवा दल के कई लोगों को हिरासत में भी ले लिया, जानकारी देते हुए बिरसा सेवा दल के प्रमुख ने बताया कि आदिवासी समुदाय के लोगों द्वारा जयपाल सिंह मुंडा के नाम से बिष्टुपुर गोल चक्कर का नामकरण किया गया, क्योंकि जयपाल सिंह मुंडा आदिवासियों के लिए प्रेरणा के स्रोत हैं. महापुरुषों की श्रेणी में है. देश के संविधान और देश को गोल्ड मेडल दिलाने में उन्होंने अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है. इसके बावजूद आज तक वे सम्मान से कोसो दूर है. इसी उद्देश्य से सभी ने उनके नाम से बिष्टुपुर गोल चक्कर का नामकरण किया. पर यह कार्य टाटा स्टील को पचा नहीं, टाटा स्टील के ईशारे पर बिष्टुपुर पुलिस ने सभी पर लाठी चार्ज किया है जिसका जवाब दिया जाएगा.