केंद्र सरकार पर श्रम कानून और कृषि कानूनों में संशोधन सहित कई मजदूर और जनविरोधी नीतियों के खिलाफ देशभर के श्रमिक संगठन आज धरने पर बैठे. जमशेदपुर में भी श्रमिक संगठनों ने अलग-अलग जगहों पर धरना प्रदर्शन के माध्यम से केंद्र सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया.
श्रमिक नेताओं ने बताया, कि वर्तमान केंद्र सरकार द्वारा 44 श्रम कानूनों को 4 लेबर कोड में समाहित कर मजदूरों को गुलाम बनाने का काम किया जा रहा है. इसी तरह किसानों के खिलाफ तीन कृषि बिल लाकर उन्हें जमीन से बेदखल करने की तैयारी है. सरकारी संस्थाओं को साजिश के तहत केंद्र सरकार निजी हाथों में बेच रही है. मजदूरों से हड़ताल करने का अधिकार छीनना चाहती है. सभी श्रमिक नेताओं ने एक सुर में केंद्र सरकार से तीनों कृषि बिल और श्रम कानूनों में किए गए और श्रम कानूनों में किए गए संशोधन को वापस लेने और सरकारी संस्थाओं के निजीकरण को लेकर विरोध जताया.
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