जमशेदपुर (राजेश ठाकुर) पुत्रों के दीर्घायु होने की कामना के लिए मां जीवित्पुत्रिका व्रत करती है. 48 घंटे का निर्जला व्रत रख मां अपने संतान क्या खुशहाली की कामना करती है जरा सोचिए उसी जीवित्पुत्रिका व्रत के बीच जब एक मां की आंखों के सामने उसके बेटे की मौत हो जाए तो उस मां पर क्या बीत रही होगी.
ऐसा ही हृदय विदारक घटना रविवार को जमशेदपुर में घटित हुआ है. जिसके बाद पूरा शहर स्तब्ध है. दरअसल जीवित्पुत्रिका व्रत में नदी स्नान की विशेष महत्ता है. जीवित्पुत्रिका व्रत रखने वाली माताएं नदी में पूजा पाठ कर अपने संतान की लंबी उम्र की कामना करती है. इसी निमित्त जेम्को की एक महिला बागबेड़ा बडौदा घाट स्थित खरकाई नदी में अपने 15 वर्षीय पुत्र ऋषि के साथ पहुंची थी. जहां नहाने के क्रम में युवक पानी के तेज बहाव में फंस गया. आस- पास मौजूद महिलाओं एवं स्थानीय लोगों ने काफी प्रयास किया मगर बच्चे का कोई पता नहीं चल सका.
मामले की सूचना मिलते ही स्थानीय जनप्रतिनिधि और पुलिस प्रशासन भी पहुंची मगर बच्चे का कोई पता नहीं चल सका है. एनडीआरएफ की टीम को बुलाया गया है. उधर घटना के बाद नदी में मौजूद व्रतियों के होश उड़ गए. मां का रो-रो कर कलेजा फटा जा रहा है. आखिर जिस पुत्र के लिए कठोर व्रत मां कर रही थी वह पुत्र मां की आंखों के सामने काल के गाल में समा गया.
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