धालभूमगढ़: रविवार को गुड़ाबांधा प्रखंड के बालीजुड़ी पंचायत के पांडरापाथर गांव में ग्राम प्रधान यदुनाथ हांसदा की अध्यक्षता में एक ग्राम सभा आयोजित की गई. ग्राम सभा में काफी संख्या महिला पुरुष उपस्थित थे.
मुख्य अतिथि के रूप में पार्षद शिवनाथ मांडी उपस्थित थे. बैठक में चुरियाबुढ़ी में पन्ना खदान को खोलने को लेकर विचार- विमर्श किया गया. उपस्थित मांझी बाबा ग्रामीणों ने निर्णय लिया चुरियाबुढ़ी में पन्ना खदान नहीं खोलने दिया जाएगा. 19 जून को पांडरापाथर गांव में फिर एक बैठक होगी. बैठक में आगे की रणनीति पर विचार विमर्श किया जाएगा. ग्रामीणों का मानना है कि खदान खुलने से आठ मौजा के ग्रामीण विस्थापित होंगे. ग्रामीणों ने मांग किया है कि गुड़ाबांधा प्रखंड आज भी मूलभूत सुविधाओं से वंचित है. अच्छे स्कूल, कालेज व चिकित्सकों की कमी है. गांवों में सड़क की स्थिति भी काफी दयनीय है. बिजली व्यवस्था भी लचर है. पहले प्रशासन इसे दुरूस्त करें. खदान खोलने से क्षेत्र का विकास नहीं होगा. क्षेत्र का विकास ग्रामीणों की मूलभूत सुविधाओं से हो सकता है. पार्षद शिवनाथ मांडी उर्फ बापी ने कहा कि सरकार को चुरियाबुढ़ी में पन्ना खदान खोलने से पहले संबंधित ग्रामीणों की राय मश्वरा करना चाहिए. गुड़ाबाधा प्रखंड अति पिछड़ा प्रखंड है. अस्पताल, स्कूल, कालेज नहीं है. बिजली की व्यवस्था दयनीय है. रोजगार के कई सारे विकल्प है. बैठक में साहेबराम सोेरेन, सिमाल मुर्मू, फागु मुर्मू, सीताराम सोरेन, सुराई हेंब्रम, सुनील हेंब्रम, अंतु माडी, सहित कई ग्रामीण उपस्थित थे.