जमशेदपुर : जमशेदपुर प्रखंड के पश्चिमी घोड़ाबंधा ग्राम पंचायत में ग्रामसभा द्वारा योजना के लाभुक समिति चयन में फर्ज़ीवाड़ा और अनियमितता करने का मामला सामने आया है. वित्तीय गड़बड़ी की आशंका और पद के दुरूपयोग की संभावनाओं को देखते हुए भाजपा नेता अंकित आनंद ने मामले की शिकायत की थी. शिकायत के बाद मुखिया और पंचायत सचिव ने नोटिस जारी कर फिर से ग्रामसभा बुलाई गई. गुरुवार को ग्रामसभा की बैठक को जाँच पूर्ण होने तक स्थगित करने की माँग करते हुए अंकित आनंद ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन सहित जिला उपायुक्त व बीडीओ का ट्वीट करते हुए संज्ञान लेने का आग्रह किया है.
मालूम हो की भाजपा नेता अंकित आनंद ने रविवार को जिला उपायुक्त मंजूनाथ भजंत्री सहित जमशेदपुर प्रखंड विकास पदाधिकारी को ईमेल के माध्यम से शिकायत की थी. शिकायत में बताया गया था कि पश्चिमी घोड़ाबंधा ग्राम पंचायत में कुछ निर्वाचित प्रतिनिधियों पर पद का दुरूपयोग कर वित्तीय भ्रष्टाचार कर रहे है. शिकायत पत्र में बताया गया की 15वें वित्त योजना अंतर्गत पंचायत में विभिन्न योजनाओं के लिए अभिकर्ता का चयन होना है. लेकिन बगैर ग्रामसभा के अभिकर्ता पहले ही चुन लिए गये और उन अभिकर्ताओं को वर्क ऑर्डर देने के लिए पैन कार्ड, आधार कार्ड सहित अन्य दस्तावेज पंचायत सचिव और मुखिया ने जमा लिया है.
मामले की जानकारी मिलते ही वित्तीय भ्रष्टाचार पर रोक लगाने की माँग करते हुए बीजेपी नेता ने रविवार को इसकी शिकायत जिला उपायुक्त से किया था. उधर प्रखंड कार्यालय को भेजी गई गुप्त शिकायत की जानकारी लीक होते ही जल्दबाजी में मुखिया और पंचायत सचिव ने अगले ही दिन संयुक्त हस्ताक्षर से एक नोटिस तैयार किया जिसमें बताया गया की 12 अक्टूबर को संबंधित योजनाओं के चयन के लिए ग्रामसभा की बैठक तय की गई है.