जमशेदपुर : चक्रधरपुर रेलवे के मंडल रेल प्रबंधक (डीआरएम) शनिवार को टाटानगर दौरे पर आए. यहां उनके आने का उद्देश्य 28 जून को आत्मदाह करने वाले सीनियर टेक्निशियन स्वर्गीय सुनील कुमार पिल्लै के परिवार से मिलना था. वे शाम 4:00 बजे के करीब सुनील कुमार पिल्लै के रेलवे क्वार्टर नंबर 45 / 7 में पहुंचे और उनकी पत्नी निरुपमा पिल्लै, बड़ी बेटी अंजलि पिल्लै, छोटी बेटी मनीषा पिल्लै तथा बेटे शुभम पिल्लै से मिले. डीआरएम ने करीब आधा घंटा तक इस परिवार से बातचीत की. मृतक की पत्नी निरुपमा पिल्लै ने उन्हें अपनी कमजोर आर्थिक स्थिति से अवगत कराया तथा अपने पुत्र के लिए नौकरी एवं पति का सेटलमेंट जल्दी ही कर देने का अनुरोध किया.
उन्होंने अपने पति को प्रताड़ित कर आत्महत्या के लिए प्रेरित करने वाले रेलवे के पदाधिकारियों को उचित सजा देने की मांग भी की. इस पर कार्रवाई करने का डीआरएम ने आश्वासन दिया. मौके पर तैनात सीनियर डीईई को निर्देश दिया कि सुनील कुमार पिल्लै का सेटलमेंट जल्दी करा दें तथा उनके पुत्र को नौकरी देने में विलंब न करें. डीआरएम ने स्वर्गीय सुनील कुमार पिल्ले के पुत्र एवं पुत्रियों से उनकी पढ़ाई लिखाई के बारे में बड़ी ही आत्मीयता से बातचीत की और आत्मदाह जैसे दुखद कांड के लिए अपनी गहरी संवेदना जाहिर की. उन्होंने कहा कि आत्मदाह नहीं करके अगर सुनील कुमार पिल्लै चक्रधरपुर आकर रेलवे के बड़े पदाधिकारियों से मिलते तो यह दुखद कांड नहीं होता.
उन्होंने पिल्लै परिवार के क्वार्टर नंबर 45/7 के बगल में अवैध अतिक्रमण कर बनाए गए घर को तोड़ने का आदेश दिया. डीआरएम के साथ आई ओडब्ल्यू लैंड, आरपीएफ और अन्य विभागों के बड़े पदाधिकारी भी मौजूद थे. डीआरएम ने प्रेस को बताया कि वे अपने कर्मचारी के दुख को बांटने के लिए उनके घर उनके परिवार से मिलने आए हैं. उन्होंने विवादित जमीन का भी निरीक्षण किया और अपने पदाधिकारियों से कई प्रश्न किए. एक पदाधिकारी को उन्होंने डांट भी लगाई. स्वर्गीय सुनील कुमार पिल्लै की पत्नी निरुपमा पिल्लै ने प्रेस से कहा कि संवेदनशील डीआरएम से मिलने के बाद उनके परिवार को काफी हिम्मत मिली है. शीघ्र वे चक्रधरपुर जाकर डीआरएम को जमीन से संबंधित कागजात दिखाएंगी, ताकि दूध का दूध और पानी का पानी हो सके.