Jamshedpur झारखण्ड विकलांग संस्थान के मुख्य सचिव दीपक कुमार श्रीवास्तव ने जिले के उपायुक्त से मुलाकात कर जमशेदपुर बीडीओ के खिलाफ दिव्यांग अधिकार अधिनियम 2016 की धारा 89- 92 के तहत कार्रवाई की मांग की है. इस संबंध में जानकारी देते हुए दीपक श्रीवास्तव ने बताया कि बीते 27 जनवरी 2022 को दोपहर 1.00 बजे पीडीएस डीलर एवं भीएलई का प्रखण्ड कार्यालय परिसर में एक बैठक बुलाई गई थी, जिसमें बतौर भीएलई वे भी शामिल हुए थे. बैठक के दौरान मेरे द्वारा प्रणव पदाधिकारी संतोष कुमार के विषय में सवाल किए जाने पर प्रखंड विकास पदाधिकारी भड़क उठे और पीडीएस डीलरों एवं भीएलई के समक्ष मेरे साथ अभद्रता करते हुए बैठक से बाहर निकाल दिया गया. उन्होंने बताया कि आए दिन किसी न किसी पदाधिकारी द्वारा भीएलई के साथ अभद्र व्यवहार किया जाता है. बताया कि किसी भी सरकारी काम को करने के लिए हम भीएलई ही आगे बढ़कर काम करते है. उसके बाद भी इस तरह से व्यवहार किया जा रहा है.
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विदित रहे कि दीपक श्रीवास्तव पूर्व में राज्य स्तरीय खाद्य आपूर्ति विभाग के पूर्व सदस्य रह चुके हैं साथ ही 2017 में झारखण्ड सरकार द्वारा दिव्यांगों के लिए उत्कृष्ट कार्य के लिए सम्मानित किया जा चुका है वहीं 15 अगस्त 2019 को जमशेदपुर जिला प्रशासन द्वारा दीपक श्रीवास्तव को जिले के बेस्ट भीएलई के सम्मान से भी नवाजा जा चुका है. उन्होंने बताया कि सरकार और जिला प्रशासन के किसी भी कार्य को करने में वे अपनी पूरी क्षमता लगा देते हैं. बावजूद इस तरह से उन्हें अपमानित किया गया, जिससे वह काफी घुटन महसूस कर रहे हैं. उन्होंने उपायुक्त से प्रखंड विकास पदाधिकारी के खिलाफ उचित कार्यवाई किए जाने की मांग की. साथ ही चेतावनी दिया, कि अगर उन्हें इंसाफ नहीं मिलता है, तो आगे वे न्यायालय का शरण भी ले सकते हैं. इसकी प्रतिलिपि उन्होंने राज्यपाल और मुख्यमंत्री को भी भेजी है.
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