जमशेदपुर Charanjeet Singh
शुक्रवार की शाम बिष्टुपुर थाना क्षेत्र के धतकीडीह में कांग्रेस नेता मो. इकबाल पर हत्या की नीयत से की गयी फायरिंग के मामले में पुलिस ने सलमान समेत उसके गैंग के कुल 14 लोगों के खिलाफ नामजद प्राथमिकी दर्ज करायी गयी है. मामले की जांच के क्रम में पुलिस दर्जन भर से ज्यादा लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है. आरोपियों को गिरफ्तार करने के लिये अलग से टीम भी बनायी गयी है.
घटना के बाद से ही फरार है सलमान
घटना के बारे में पुलिस का कहना है कि उसकी गिरफ्तार की लिये बराबर छापेमारी की जा रही है. उसका मोबाइल लोकेशन भी लिया जा रहा है. घटना के बाद से ही वह अपने घर पर नहीं गया है. साथ ही उसके गैंग के साथियों की भी गिरफ्तारी के लिये पुलिस छापेमारी कर रही है.
*यह है मामला*
शुक्रवार की साम 5.30 बजे मो. इकबाल आजादनगर में एक कार्यक्रम में सपरिवार जाने वाले थे. इस बीच वे तैयार होकर अपने घर से बाहर निकले ही थे कि सलमान ने उसपर फायरिंग कर दी थी. इस बीच वे किसी तरह से वहां से बचकर घर में घुस गये थे. करीब छह राउंड फायरिंग की गयी थी. घटना के बाद पुलिस ने दो खोखा भी बरामद किया था. पूरी घटना सीसीटीवी में कैद होने से मामले में पुलिस को जांच में आसानी हो रही है.
*वर्चस्व को लेकर आमने सामने हुए थे मर्दाना और सलमान*
बिष्टुपुर स्थित धातकिडीह बी-ब्लॉक लाइन नंबर-8 निवासी कांग्रेस नेता मो. इकबाल और नशेड़ी गैंग के सरगना सलमान के बीच का विवाद काफी पुराना है. सूत्र बताते हैं दोनों के बीच अक्सर वर्चस्व को लेकर ऐसी घटनाएं होती रही है. शुक्रवार को इकबाल की हत्या करने का ही उद्देश्य से सलमान उसके घर पहुंचा था. उसने इकबाल पर पिस्टल भी तान दी थी, लेकिन पिस्टल लॉक होने के वजह से गोली नहीं चली. इसी बीच इकबाल को भी संभलने का मौका मिल गया. हालांकि सलमान ने इसके बाद ताबड़तोड़ फायरिंग की पर इकबाल को गोली नहीं लगी.
पूर्व में इकबाल चलाता था मर्दाना गैंग
पूर्व में इकबाल मर्दाना गैंग का संचालन करता था. उसके गैंग में कई नशेड़ी शामिल थे, जो कम्युनिटी हॉल के पास ही नशा करते थे. वहीं सलमान का ससुराल धातकिडीह के ए-ब्लॉक लाइन नंबर-5 में है. वह बिष्टुपुर में अपना वर्चस्व कायम करना चाहता है. उसने इकबाल के मर्दाना गैंग को टेकओवर कर लिया और उसे नशेड़ी गैंग का नाम दिया. नशेड़ी गैंग में 15 साल के किशोर से लेकर 30 से 35 साल के युवक मौजूद है. सलमान सभी को नशे की लत लगाकर उनसे गैर-कानूनी काम करवाता है. वह पूरे बिष्टुपुर में अपनी वर्चस्व कायम करना चाहता है. यह गैंग तब उभरकर सामने आया जब साल 2020 में सलमान गैंग के साथ धातकिडीह स्थित अपने एक सदस्य के घर पहुंचा और फायरिंग कर दी थी. इस घटना में इलाज के दौरान दो लोगों की मौत भी हुई थी. मो. इकबाल भी पूर्व में प्रतिबंधित मांस के मामले में जेल जा चुका है. इकबाल के जेल में रहने के दौरान सलमान ने कई गैर-कानूनी काम किए. उसने टीएमएच के पास पार्किंग से भी रंगदारी वसूलने का प्रयास किया था. इकबाल के जेल से आने के बाद वह इलाके में कुछ भी काम नहीं कर पा रहा था इसलिए उसने इकबाल को रास्ते से हटाने का प्लान बनाया.