जमशेदपुर: आदित्यपुर राजकीय पॉलिटेक्निक के सेवानिवृत्त पूर्व प्रभारी प्रधानाचार्य सह आरटीआई कार्यकर्ता सुरेंद्र कुमार महतो के खिलाफ जमशेदपुर के बागुन नगर टीओपी क्षेत्र के रहने वाले देवानंद झा ने अपने बेटे को पॉलिटेक्निक कॉलेज में एडहॉक पर नियुक्ति के एवज में 2.50 लाख रुपए ठगी करने का आरोप लगाते हुए बर्मा माइंस थाने में मामला दर्ज कराया है. पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है.
इस संबंध में जानकारी देते हुए देवानंद झा ने बताया कि सुरेंद्र कुमार महतो से कुछ वर्ष पूर्व उनकी मुलाकात आदित्यपुर राजकीय पॉलिटेक्निक कॉलेज में हुई थी. उसके बाद लगातार कुछ महीने व अंतराल पर उनसे मुलाकात उनके आदित्यपुर निवास स्थल फ्लैट संख्या- 602 हेवनस पैलेस बैंक ऑफ़ बड़ोदा के नजदीक होती रही. उन्होंने बताया कि हम दोनों ही बिहार के स्थाई निवासी है, इसलिए उनसे मेरा आत्मीय संबंध बन गया. करीब एक वर्ष पूर्व बातचीत के दौरान उनके पूछने पर मैंने बताया कि मेरा बेटा बेरोजगार है और रोजगार की तलाश में है तो उन्होंने कहा कि झारखंड के पॉलिटेक्निक कॉलेज में एडहॉक पर नियुक्ति होने वाली है जो बाद में स्थाई हो जाएगा. उन्होंने कहा कि मैं तो सेवा निवृत हो गया हूं मगर झारखंड के सारे पॉलिटेक्निक कॉलेज के प्रिंसिपल मेरे अंदर में पहले काम कर चुके हैं इसलिए मैं अपने प्रभाव का इस्तेमाल करके आपके बेटे को तृतीय वर्ग पद पर किसी भी सरकारी पॉलिटेक्निक कॉलेज में नियुक्त करा दूंगा. उन्होंने मुझसे कहा कि 30 जून 2024 तक आपके बेटे को नियुक्ति पत्र दिलवा दूंगा, मगर आपको चार लाख रुपए देने होंगे. मैने इतना रकम एक साथ देने में असमर्थता व्यक्त की तो उन्होंने कहा कि 20 जून 2024 तक ढाई लाख रुपए दे दीजिए उसके बाद बाकी के डेढ़ लाख रुपये नियुक्ति पत्र मिलने के बाद दीजिएगा. मैने ढाई लाख रुपए का प्रबंध कर उनसे बात की तो 23 जून को उन्होंने बर्मामाइंस थाना अंतर्गत स्टार टॉकीज के पास बुलाया. जहां मुझसे ढाई लाख रुपये, बेटे का आवेदन और बायोडाटा उन्होंने ले लिया और कहा कि 30 जून 2024 तक आपके बेटे को नियुक्ति पत्र मिल जाएगा. मगर जब बेटे को नियुक्ति पत्र 30 जून तक नहीं मिला तो मैने उनसे संपर्क किया. उसके बाद वे टालमटोल करने लगे और आज तक मेरा पैसा नहीं लौटाया. उन्होंने बताया कि इस संबंध में पूर्व में भी मैंने अपनी शिकायत वरीय पुलिस अधीक्षक, जमशेदपुर तथा न्यायालय को भी दिया है. फिलहाल बर्मामाइंस पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है.
*क्या कहा एसके महतो ने*
इस संबंध में पूछे जाने पर एसके महतो ने बताया कि उनपर लगे आरोप बेबुनियाद और निराधार हैं. वे देवानंद झा को न तो जानते हैं न ही उनसे मेरी कभी मुलाकात हुई है. उन्होंने किसी से नौकरी दिलाने के नाम पर पैसे नहीं लिए हैं. जहां से भी अनियमितता के मामले आते हैं आरटीआई के जरिये सूचना मांगता हूं. विदित हो कि सेवानिवृत्ति के बाद एसके महतो आरटीआई एक्टिविस्ट की भूमिका निभा रहे हैं.