जमशेदपुर: पूर्वी सिंहभूम के धालभूमगढ़ प्रखण्ड के कोकपाड़ा पंचायत में मुखिया फंड से तीन में से एक जलमीनार गायब होने का मामला प्रकाश में आया है.

वैसे इसका खुलासा उस वक्त हुआ, जब आरटीआई कार्यकर्ता अजित साव ने मुखिया से जल मीनार की रिपोर्ट मांगी. रिपोर्ट में एक ही जगह पर तीन जल मीनार बनने और पूर्ण होने की बात कही गयी है. अजित साव ने जल मीनार के 3. 70 लाख रुपए गबन करने का आरोप लगाते हुए प्रखंड के बीडीओ, घाटशिला एसडीओ और उपायुक्त को ज्ञापन सौपा है. अजित साव जांच की मांग करते हुए कार्यवाई की मांग की है.
इधर पंचायत के मुखिया बुद्धेश्वर नायक ने आरोप को झूठा बताते हुए कहा कि तीन नही बल्कि दो ही जल मीनार बनने थे, जो बनकर तैयार है, और ग्रामीणों को स्वच्छ जल का लाभ भी मिल रहा है. उन्होंने कहा, कि अजित साव द्वारा मांगी गयी रिपोर्ट में भूलवश दो की जगह तीन जलमीनार लिख दिया गया है. कंप्यूटर सेल देखकर उतारी गयी रिपोर्ट मे एक ही योजना को दो बार लिख दिया गया है , जो मानवीय भूल है. इधर तीन में से एक जलमीनार गायब होने की खबर पर विभाग में हड़कंप मचा है. विभाग भी अपने स्तर से जांच मे जुट गयी है.
