आदित्यपुर: झारखंड सरकार के पेयजल एवं स्वच्छता विभाग की ओर से जल जीवन मिशन के तहत जिला स्तरीय कार्यशाला का आयोजन आदित्यपुर स्थित ऑटो क्लस्टर में संपन्न हुआ. कार्यशाला का उद्घाटन जिप अध्यक्ष सोनाराम बोदरा, जिला परिषद सदस्य सावित्री बानरा, डीडीसी प्रवीण कुमार गागराई, कार्यपालक अभियंता रंजीत ठाकुर ने दीप प्रज्वलित कर किया. जबकि समापन सत्र में उपायुक्त अरवा राजकमल शामिल हुए.
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समापन सत्र को संबोधित करते हुए उपायुक्त अरवा राजकमल ने स्वच्छ भारत मिशन के पहले कार्यकाल में राज्य और जिले की उपलब्धि की सराहना की, मगर स्वच्छ भारत मिशन पार्ट 2 के तहत जल जीवन मिशन अभियान की पेचीदगियों की वजह से काम थोड़ा धीमा है, मगर 2024 तक हर घर नल अभियान पूरा हो जाएगा इसमें रोड मैप के आधार पर काम चल रहा है. उन्होंने बताया कि इसे सफल बनाने में प्रखंड विकास पदाधिकारी की भूमिका अहम होगी. पंचायत स्तर पर कार्यशाला का आयोजन कर 1 हफ्ते के भीतर अपनी रिपोर्ट जिला को करने का निर्देश दिया.
इस कार्यशाला में राज्य स्तरीय टीम द्वारा 2024 में हर घर नल अभियान को पूरा करने का ब्लूप्रिंट प्रस्तुत किया गया. साथ ही इस अभियान में होने वाले परेशानियों से जल सहियाओं, जनप्रतिनिधियों एवं अधिकारियों से संवाद भी किया गया और उसके निदान के उपाय बताए गए.
कार्यशाला में ओडीएफ, कचरा प्रबंधन, गोबरधन, प्लास्टिक कचरा प्रबंधन, सुरक्षित माहवारी प्रबंधन, मलीय कचरा प्रबंधन, से संबंधित केंद्र और राज्य सरकार की योजनाओं की जानकारी दी गई.
कार्यशाला के माध्यम से बताया गया कि जिले के 74 गावों में हर घर नल कनेक्शन उपलब्ध करा दिया गया है. एमवीएस (मल्टी विलेज स्कीम), एसवीएस ( सिंगल विलेज स्कीम और क्लस्टर मॉडल के तहत काम युद्ध स्तर पर जारी है. हालांकि जिले के 9 प्रखंडों में कुल 1107 गांव हैं. ऐसे में 2024 तक लक्ष्य को हासिल करना आसान नहीं होगा. इस संबंध में डीडीसी ने बताया कि काम थोड़ा धीमा जरूर है मगर अब उसमें तेजी लाने का समय आ गया है. उन्होंने बताया कि संवेदक की लापरवाही के कारण काम धीमा चल रहा है मगर अब एक टीम बनाकर आपसी समन्वय स्थापित कर इस अभियान को तेज किया जाएगा. उन्होंने बताया कि इस कार्यशाला का मुख्य उद्देश्य जनप्रतिनिधियों को जागरूक करना है. क्योंकि जनप्रतिनिधियों की भागीदारी के बगैर सहयोग के इस लक्ष्य को हासिल करना आसान नहीं है.
वहीं जिप अध्यक्ष ने जल जीवन मिशन के राज्य स्तरीय रिपोर्ट पर रोष प्रकट करते हुए कहा जागरूकता के अभाव में आंकड़ों के आधार पर राज्य और जिला पिछड़ रहा है. उन्होंने विभागीय अधिकारियों एवं जनप्रतिनिधियों को एकजुट होकर इस मिशन को पूरा करने के लिए आगे आना होगा. उन्होंने योजना को धरातल पर उतारने में लगे संवेदकों से भी अपना शत प्रतिशत योगदान देते हुए इस अभियान को सफल बनाने की अपील की.
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