चाईबासा/ नोवामुंडी: मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन शुक्रवार को चाईबासा के नोवामुंडी पहुंचे. जहां गुवा गोली कांड के वीर शहीदों को नमन करते हुए कहा हम अपने वीर शहीदों को शत- शत नमन करते हैं. अपने शहीदों के सम्मान में आयोजित श्रद्धांजलि सभा में हम उनके बलिदान को याद कर रहे हैं. इस अवसर पर हम सभी अपने शहीदों, पूर्वजों और आंदोलनकारियों के आदर्श को आत्मसात करने और उनके सपनों का झारखंड निर्माण का संकल्प लें.
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारे पूर्वजों ने अलग-अलग समय में ब्रिटिश हुकूमत, शोषण जुल्म और अन्याय के खिलाफ लंबी लड़ाई लड़ी. चाहे वह अपने वजूद और अस्तित्व को बचाने का संघर्ष हो या जल जंगल और जमीन की रक्षा का. इस लड़ाई में कई ने अपने को बलिदान कर दिया. लेकिन, उन्होंने जो संघर्ष किया, उसी का परिणाम है कि आज आदिवासियों- मूलवासियों का अस्तित्व बरकरार है.
आज भी कई चुनौतियां हैं, लेकिन हमारे कदम नहीं रुकेंगे
मुख्यमंत्री ने कहा कि आज भी हमारे सामने कई चुनौतियां हैं. आदिवासी दलित और पिछड़े लोग दशकों से हाशिये पर रहे हैं. आर्थिक, सामाजिक, शैक्षणिक, बौद्धिक और राजनीतिक रूप से कमजोर होने की वजह से इन्हें नजरअंदाज किया जाता रहा है.
अब जब ये आगे बढ़ रहे हैं तो कुछ ताकते इन्हें रोकने की नापाक कोशिश कर रही हैं. हमने इन्हें मजबूत करने का जो संकल्प ले रखा है, उससे नहीं डिगेंगे. चाहे परिस्थितियां कैसी भी हो, इन्हें मजबूत करने के रास्ते पर चल पड़े हैं और कदम नही थमेंगे.
साढ़े तीन वर्षों में विकास की लंबी लकीर खींची है
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी सरकार के गठन के बाद कोरोना महामारी और सुखाड़ का सामना करना पड़ा. कोरोना काल के हालात से हम सभी वाकिफ हैं, लेकिन, हमारी सरकार ने इस वैश्विक बीमारी के खिलाफ जारी जंग के बीच भी विकास कार्यों को जारी रखा.
आज हर वर्ग और हर तबके के लिए सरकार की योजनाएं हैं. पिछले साढ़े तीन वर्षों में तमाम चुनौतियों के बीच हमारी सरकार ने विकास की एक लंबी लकीर खींची है, यह सिलसिला लगातार जारी रहेगा.
हर बेघर को देंगे मकान
मुख्यमंत्री ने कहा जिस तरह यूनिवर्सल पेंशन स्कीम के तहत सभी बुजुर्गों दिव्यांगों एकल महिलाओं को सामाजिक सुरक्षा पेंशन का लाभ दिया जा रहा है, उसी तरह अब सभी बेघर को पक्का मकान देने का निर्णय सरकार ने लिया है.
बहुत जल्द आबुआ आवास योजना की शुरुआत होगी, ताकि लोगों के अपने घर का सपना साकार हो सके. मुख्यमंत्री ने कहा कि शिक्षा की बेहतरी पर सरकार का विशेष जोर है. इस सिलसिले में उत्कृष्ट विद्यालय खोले गए हैं. छात्रवृत्ति राशि में बढ़ोतरी की गई है. बच्चियों के लिए सावित्रीबाई फुले किशोरी समृद्धि योजना चलाई जा रही है. प्रतियोगिता परीक्षा की तैयारी से लेकर मेडिकल-
इंजीनियरिंग जैसे कोर्सेज करने के लिए सरकार सहायता दे रही है. बच्चों का बेहतर भविष्य बने, इस दिशा में हम कम कर रहे हैं. हमारा अभिभावकों से कहना है कि वे अपने बच्चों को अच्छे से पढ़ाएं, खर्च की चिंता नहीं करें. सरकार मदद करेगी. मुख्यमंत्री ने कहा कि मानकी- मुंडा पारंपरिक व्यवस्था जनजाति समुदाय की मजबूत कड़ी है. यह समाज के पुरोधा हैं.
इस व्यवस्था को हम और मजबूती दे रहे हैं, ताकि समाज को इनका लाभ ज्यादा से ज्यादा मिल सके. मौके पर सिंहभूम सांसद गीता कोड़ा, मंत्री चम्पई सोरेन, जोबा मांझी, विधायक दशरथ गागराई, दीपक बिरुआ सहित तमाम नेता मौजूद रहे.